भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था?
भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था? | bhartiya railway ka rashtriyakaran kis varsh hua
नमस्कार दोस्तो, यदि आप भारतीय रेल के इतिहास में चाहते हैं या फिर भारतीय रेल का इतिहास पढ़ते हैं, तो आपको इसके अंतर्गत भारतीय रेल के राष्ट्रीयकरण के बारे में भी देखने को मिलता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था (bhartiya rail ka rashtriyakaran kab kiya gaya tha),। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था, (bhartiya rail ka rashtriyakaran kis varsh hua), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था? (bhartiya rail ka rashtriyakaran kis varsh hua)
दोस्तों अक्सर कई कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था, तथा बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इस विषय के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण सन 1950 के अंतर्गत हुआ था।
तो ऐसे में किसी भी एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि भारतीय रेल का संस्करण कब हुआ था, या फिर भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण कब हुआ था आपको उत्तर में 1950 लिखना है।
भारतीय रेल आरंभ कब हुआ था?
अगर दोस्त बात की जाएगी भारतीय रेल को कब शुरू किया गया था यानी कि भारतीय रेल का आरंभ कब हुआ था, तो औपचारिक उद्घाटन समारोह का आयोजन 16 अप्रैल 1853 को किया गया था, तथा उसी समय भारत के अंतर्गत पहली रेल का आरंभ किया गया था, या फिर भारतीय रेल का आरंभ किया गया था।
इस समारोह के होने के बाद लगभग 400 अतिथियों के साथ 14 डिब्बे वाली एक रेल को 3:30 बजे शाम को विशाल जनसमूह की करतल ध्वनि और 21 तोपों की सलामी के बीच बोरीबंदर से रवाना किया गया था। हालांकि इस ट्रेन को पैसेंजर के लिए अलाउड नहीं किया गया था।
भारत के अंतर्गत पहली पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत 15 अगस्त सन 1884 को की गई थी, जिसके अंतर्गत इस ट्रेन में कुल 24 मील की दूरी तय को थी, जिसमें यह ट्रेन हावड़ा रेलवे स्टेशन से हंगली रेलवे स्टेशन के बीच गई थी।
भारतीय रेल का जनक कौन है?
अगर दोस्तों इस विषय के बारे में बात की जाएगी भारतीय रेल का जनक कौन है, या फिर भारत के अंतर्गत सबसे पहले रेल की शुरुआत किसके द्वारा की गई थी, तो आपकी जानकारी के लिए में बताओ जो कि भारतीय रेल का जनक लॉर्ड डलहौजी को कहा जाता है। क्योंकि इनके नेतृत्व के अंतर्गत ही 16 अप्रैल 1853 के अंतर्गत भारत में पहली ट्रेन चलाई गई थी। जिस कारण इनको भारतीय रेलवे का जनक भी कहा जाता है।
FAQ
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था, (bhartiya rail ka rashtriyakaran kis varsh hua), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।
FAQ
भारत में रेल आरंभ कब हुआ?
औपचारिक उद्घाटन समारोह 16 अप्रैल 1853 को हुआ, जब लगभग 400 मेहमानों के साथ एक 14-कोच वाली ट्रेन “भारी भीड़ की आवाज़ और 21 तोपों की सलामी के बीच” अपराह्न 3.30 बजे बोरीबंदर से रवाना हुई। पहली यात्री ट्रेन 15 अगस्त को रवाना हुई। 1854 हावड़ा से हुगली स्टेशनों के बीच 24 मील की दूरी तय कर चलाई गई थी।
भारतीय रेल का जनक कौन है?
लॉर्ड डलहौजी को भारतीय रेलवे का जनक कहा जाता है। भारतीय रेलवे की स्थापना 16 अप्रैल, 1853 को हुई थी। भारतीय रेलवे का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। स्वतंत्र भारत का पहला रेल बजट जॉन मथाई ने नवंबर 1947 में पेश किया था।
भारत की पहली ट्रेन का नाम क्या है?
आइए जानते हैं भारत में पहली ट्रेन कब और कहां से शुरू हुई। 16 अप्रैल 1853 को, भारत में पहली यात्री ट्रेन बोरीबंदर (बॉम्बे) और ठाणे के बीच 34 किमी की दूरी पर चली। इसे साहिब, सुल्तान और सिंध नाम के तीन इंजनों द्वारा खींचा जाता था।
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