मीडिया क्या है? और कितने प्रकार, कार्य और योगदान
मीडिया से आप क्या समझते हैं स्पष्ट कीजिए | types of media in hindi
दोस्तों, जब लोकतंत्र की बात आती है तब मीडिया का नाम हमेशा सबसे पहले लिया जाता है। क्योंकि एक मजबूत लोकतंत्र में मीडिया का योगदान सबसे ज्यादा होता है, क्योंकि मीडिया समाज का वह आईना होता है, जो समाज को अपनी गलती, अपनी उपलब्धि, इन सब के बारे में जानकारी देता है।
लेकिन आज भी कई लोग मीडिया के कार्य, उनके दायित्व, उनके महत्व और उनकी परिभाषा से भी अनभिज्ञ है। इसीलिए यदि आज आप भी यह जानना चाहते है कि मीडिया क्या है, तो आप बिल्कुल सही जगह हैं।
क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि मीडिया क्या है, मीडिया कितने प्रकार का होता है, मीडिया का महत्व क्या है, मीडिया का दायित्व क्या है, इन सब के बारे में आज हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे। हम आपको बताएंगे कि लोकतंत्र में मीडिया कितना महत्वपूर्ण होता है। तो चलिए शुरू करते हैं-
मीडिया क्या है? | Media kya hai
लोकतंत्र का वह हिस्सा जिसका मुख्य कार्य जनता को उनके चुने हुए प्रतिनिधि के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा दिखाना और बताना होता है, उस लोकतंत्र के हिस्से को मीडिया कहा जाता है। मीडिया आमतौर पर हमारे समक्ष समाचार पत्र, न्यूज़ चैनल और अन्य न्यूज़ आउटलेट के तौर पर प्रकट होता रहता है।
एक मीडिया वह प्लेटफार्म होता है जहां पर लोग जनता को उनके चुने हुए प्रतिनिधि का असली चेहरा दिखाते हैं। वह चेहरा अच्छा या बुरा किसी भी प्रकार का हो सकता है, लेकिन मीडिया द्वारा किए गए हर कार्य यह बताई गई हर खबर का मुख्य उद्देश्य लोकशाही की विजय तथा लोकतंत्र की मजबूती होता है।
मीडिया एक प्रकार से वह मंच होता है जिससे वास्तविक संदेश दर्शकों तक पहुंचाया जाता है, यह जनता तक समाचार पहुंचाने का प्राथमिक साधन होता है।
मीडिया कितने प्रकार की होती है? | Media kitne prakar ki hoti hai
आज के समय मीडिया मूल रूप से तीन प्रकार की होती है, जिसमें
- लोक मीडिया
- प्रिंट मीडिया
- तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया शामिल है
1. लोक मीडिया | lok media
धरातल पर या फिर जनता के मध्य जनता के द्वारा ही बनाए गए कुछ ऐसे मीडिया के संसाधन या रंगमंच के संसाधन जिनके माध्यम से लोग किसी भी मुद्दे के वास्तविक सच्चाई जनता तक पहुंचाते हैं, ऐसी मीडिया के प्रकार को लोक मीडिया कहा जाता है। इसके अंतर्गत कठपुतली, लोक रंगमंच, नुक्कड़-नाटक यह सभी आ जाते हैं।
2. प्रिंट मीडिया | print media
प्रिंट मीडिया के वे संस्थान आते हैं जिन का मुख्य कार्य जनता तक जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों या किसी भी मुद्दे की वास्तविक सच्चाई लिखित माध्यम से पहुंचाना है। जिन्हें पढ़कर लोग अपने आसपास की यहां दूर देश की सच्चाई जान सकते हैं, उन्हें प्रिंट मीडिया कहा जाता है। जैसे कि- पुस्तक, टेंपलेट, समाचार पत्र, पत्रिकाएं इत्यादि।
3. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया | electronic media
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मीडिया का वह प्रकार होता है जिसके अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट के द्वारा या इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों के द्वारा कोई भी व्यक्ति या जनता समाचार जानकारी या अन्य सत्य घटनाओं से अवगत होता है। तो ऐसे मीडिया के प्रकार को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कहा जाता है। जैसे कि रेडियो, सिनेमा, टेलीविजन, मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर इत्यादि।
मीडिया का महत्व क्या है? | media ka mahatva kya hai hindi
लोकतंत्र में मीडिया अत्यंत ही महत्वपूर्ण तत्व होता है। क्योंकि यदि किसी देश किसी राज्य का मीडिया अपना कार्य सही ढंग से ना करें तो उस देश को बर्बादी तक पहुंचने में बिल्कुल भी समय नहीं लगता।
एक मीडिया का कार्य होता है कि वह किसी भी हालत में सच्चाई लोगों तक पहुंचाएं। वह सच्चाई अच्छी या बुरी हो सकती है। लेकिन लोगों तक वास्तविक सच्चाई पहुंचना अनिवार्य होता है।
क्योंकि एक बार सच्चाई पता लगने के बाद जो निर्णय या कदम लिए जाते हैं, वे सही राह में होते हैं। एक मीडिया जो भ्रष्ट हो चुका है वह कभी भी सत्य खबर या सत्य घटना के बारे में जनता को जानकारी नहीं देता है।
इसी कारण जनता उस असत्य घटना के आधार पर जो भी कदम या निर्णय लेती है वह सदैव गलत राह की ओर अग्रसर होते हैं। जिसके कारण जनता, राष्ट्र, या पूरी मानवता को किसी बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
उदाहरण के लिए एक जगह पर किसी भी व्यक्ति को उसकी गलती के लिए सजा दी जाए, और मीडिया लोगों में यह झूठ फैला दें कि लोगों ने एक व्यक्ति को उसके धर्म, जाति यह रंग के आधार पर सजा दी है, तो यह पूरे मानवता को झकझोर कर रख देता है।
इसके पश्चात लोग हिंसात्मक रूप से आक्रोश में आते हैं जिसके परिणाम अत्यंत भयानक हो सकते हैं। यह सारी दुर्दांत घटनाएं मात्र एक गलत मीडिया की खबर के कारण फेल सकती है।
मीडिया के कार्य क्या है? | media ke karya kya hai in hindi
- मीडिया का काम लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में लोकतंत्र को मजबूत करना होता है।
- पूरे मानव समाज को शिक्षित करना, प्रेरित करना, सत्य घटना से अवगत कराना होता है।
- मीडिया का काम मीडिया का दायित्व नए विचारों, तकनीकों, और ऐसे ही अन्य श्रेष्ठ मार्गों को बढ़ावा देना होता है, जिससे आम जनता की जीवन शैली अच्छी बन सके।
- मीडिया का कार्य पूर्ण सूचना जनता तक पहुंचाना होता है, और असत्य घटना का विध्वंस करना भी मीडिया का काम होता है।
- मीडिया के द्वारा किए गए कार्य का उद्देश्य मानवता में बढ़ोतरी संपूर्ण राष्ट्रीय स्तर पर या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकता की भावना को बढ़ावा देना होता है।
लोकतंत्र में मीडिया का क्या योगदान है? | loktantra me media ka yogdan in hindi
लोकतंत्र में मीडिया का योगदान अतुलनीय है। मीडिया लोकतंत्र को नष्ट भी कर सकती है और मजबूत भी कर सकती है।
लोकतंत्र अपने आप में विकसित होने का एक मध्यमवर्गीय रास्ता है। इस रास्ते की अपने-अपने कई खामियां और खासियत है और यह मीडिया पर निर्भर करता है, कि वह इस लोकतंत्र का फायदा उठाकर लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करती है, या लोकतंत्र को नष्ट करने की ओर अग्रसर होती है।
आज के समय मीडिया का लोकतंत्र में योगदान अतुलनीय रहा है। क्योंकि मीडिया के कारण ही आज के समय लोगों तक सच्चाई पहुंच पाती है। लेकिन जहां भी अच्छाई होती है वहां पर कहीं ना कहीं बुराई होती ही है।
उसी प्रकार देश के प्रति समर्पित मीडिया के क्षेत्र में कई भ्रष्ट मीडिया भी शामिल है, जो मुख्य रूप से गलत खबरें झूठी खबरें लोगों तक पहुंचाने का काम करते हैं।
अगर हम यह कहे कि एक एजेंडा के तहत कुछ मीडिया हाउस जनता में आपत्ति की स्थिति तथा गृह युद्ध की स्थिति पैदा करने की कोशिश करती है तो यह गलत नहीं होगा।
ऐसे मीडिया हाउस को कई बार सरकारी शक्तियों का समर्थन भी प्राप्त होता है। लेकिन समय के साथ ऐसी शक्तियों को जनता अपने पैरों तले कुचल देती है।
अंतिम विचार
आज के लिए हमने आपको बताया मीडिया क्या है इसके अलावा हमने आपको मीडिया के बारे में अन्य कई विशेषताएं बताई है। हम आशा करते हैं कि आज का हमारा यह लेख पढ़ने के पश्चात आप यह जान पाएंगे कि मीडिया क्या है, और मीडिया किसे कहते हैं।
जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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