आलेखन कला क्या होती है आलेखन कला के प्रकार कितने होते हैं?
आलेखन क्या है? alekhan kala kise kahate hain aur kitne prakar ke hote hain bataiye
नमस्कार दोस्तों, यदि आपका चित्रकला के अंतर्गत इंटरेस्ट है, या फिर आप चित्रकला के विषय के अंतर्गत अपनी रूचि रखते हैं, तो आपने अक्सर आलेखन के बारे में जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि आलेखन कला के प्रकार कितने होते हैं, आलेखन कला क्या होती है। यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
आलेखन कला क्या होती है? (alekhan kala kise kahate hain)
दोस्तों सबसे पहले हम इस विषय पर बात कर लेते हैं कि आलेखन कला क्या होती है, यदि आपको इस विषय के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि किसी भी प्रकार की वस्तुओं, या फिर अलग-अलग प्रकार की विभिन्न आकृतियों को चित्रकला के द्वारा प्राथमिक रूप से सजाने की प्रक्रिया को ही आलेखन कहा जाता है।
यानी कि अगर इसको आसान बच के अंतर्गत कहा जाए तो जिस तरह से हम फूल पत्तों को एक निश्चित अनुपात में रखकर सजाते हैं, उसी तरीके से अलग-अलग वस्तुओं को सजाने की प्रक्रिया को ही आलेखन कहा जाता है।
आलेखन कला के प्रकार (alekhan kala ke kitne prakar ke hote hain)
दोस्तों लेकिन कला को कुल चार अलग-अलग भागों के अंतर्गत विभाजित किया गया है:-
1. प्राकृतिक आलेखन
दोस्तों फूल पत्तियों को एक निश्चित अनुपात में रखकर सजाना या फिर अन्य प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कर कर उन्हें सजाने की प्रक्रिया को ही प्राकृतिक आलेखन कहा जाता है। जैसा किसके नाम से ही स्पष्ट होता है, कि इसके अंतर्गत प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल सजाने के लिए किया जाता है। इस प्रकार के आयोजन के अंतर्गत सिर्फ आकर की चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, मानव निर्मित किसी भी वस्तु का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
आपने अक्सर अलग-अलग जगहों पर देखा होगा, कि अलग-अलग फूल पत्तों का इस्तेमाल करके तथा अलग-अलग पर पदपो के फूलों का इस्तेमाल कर कर अलग-अलग प्रकार की सुंदर-सुंदर आकृतियां बनाई जाती है, उन आकृतियों को बनाने की प्रक्रिया ही प्राकृतिक आलेखन होता है।
2. अलंकारिक आलेखन
दोस्तों अलंकारिक आलेखन उनको कहा जाता है, जो वास्तविकता के अंतर्गत नहीं बनाए जाते हैं, बल्कि किसी भी वस्तु या फिर किसी भी चीज को अधिक सुंदरता प्रदान करने के लिए बनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए आपने बहुत सारी जगह पर ऐसा देखा होगा, कि वहां पर कुछ चीजों का कोई महत्व नहीं होता है, उनका सिर्फ वहां की सुंदरता बढ़ाने के लिए ही इस्तेमाल होता है, उनका वास्तविकता में वहां पर कोई भी इस्तेमाल नहीं है, या फिर उनका कोई भी कार्य नहीं है।
जब भी हमें किसी वस्तु को और अधिक सुंदर बनाना होता है, या फिर किसी भी चीज को और अधिक सुंदर बनाना होता है, तो हम अक्सर अलंकारिक आलेखन का इस्तेमाल करते हैं, जिसके अंतर्गत हमारा उद्देश्य उस वस्तु की सुंदरता को बढ़ाना है।
3. ज्यामिति आलेखन
दोस्तों ज्यामिति आलेखन उन आलेखन को कहा जाता है, जिनका निर्माण ज्यामितीय आकृतियों के संयोजन से बनाया जाता है। इस प्रकार की आलेखन को बनाने के लिए अलग-अलग प्रकार की ज्यामिती का इस्तेमाल किया जाता है, या फिर ज्यामितीय आकृतियों का इस्तेमाल किया जाता है।
इस प्रकार की आलेखन को बनाने के लिए या फिर इस प्रकार की कला को बनाने के लिए अधिकांश लोगों के द्वारा अलग-अलग प्रकार की ज्यामिति यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपको हर एक जगह पर मार्केट के अंतर्गत मिल जाते हैं।
4. सूक्ष्म आलेखन
दोस्तों सूक्ष्म आलेखन उस आलेखन को कहा जाता है, जहां पर हमें प्राकृतिक आलेखन, ज्यामिति आलेखन और अलंकारिक आलेखन का एक मिश्रण देखने को मिलता है, या फिर इन तीनों का सम्मेलन देखने को मिलता है। इसको अगर आसान भाषा के अंतर्गत समझा जाए, तो जहां पर भी हमें प्राकृतिक आलेखन ज्यामिति आलेखन और अलंकारिक आलेखन एक साथ देखने को मिलते हैं, या फिर एक साथ इनका मिश्रण देखने को मिलता है, उसे सूक्ष्म आलेखन कहा जाता है।
तो दोस्तों आलेखन को इन चार अलग-अलग भागों के अंतर्गत विभाजित किया गया है।
आलेखन का महत्व (alekhan kala ka mahatva in hindi)
दोस्तों आलेखन का काफी बड़ा महत्व मारा जाता है, हमारे दैनिक जीवन के अंतर्गत भी आलेखन का काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है। जैसा कि हमने आपको बताया कि अलग-अलग प्रकार की चित्रकला को बनाना या फिर अलग-अलग वस्तुओं को इस्तेमाल कर कर उसे एक सुंदर चित्र कला के अंतर्गत प्रस्तुत करना ही आलेखन होता है, तो ऐसे में जब भी हमें किसी भी चीज की सुंदरता बढ़ाने होती है, तो उसके अंतर्गत महादेवन का इस्तेमाल करते हैं या फिर हमें कोई भी वस्तु को सुंदर बनाना है, या फिर हमें कोई भी वस्तु बनानी होती है, तो हम उस में आलेखन का इस्तेमाल जरूर से करते हैं, क्योंकि उसके बिना उसमें सुंदरता नहीं आती है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि आलेखन क्या होते हैं, आलेखन कला के प्रकार कितने होते हैं (alekhan kitne prakar ke hote hain), तथा आलेखन कला का क्या महत्व होता है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
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