अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन कहां लिखा होता है?
अल्ट्रासाउंड ke report में बच्चे ka वजन kha लिखा होता है? | ultrasound mein bacche ka vajan kahan likha hota hai
नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि गर्भवती महिला की समय समय पर अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी करवाई जाती है, जिसके अंतर्गत बच्चे की अलग-अलग जानकारी प्राप्त की जाती है। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि अल्ट्रासाउंड में बेबी का वेट कहां लिखा होता है? (ultrasound report me baby ka weight kaise dekhe)। यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
अल्ट्रासाउंड क्या है?
दोस्तों अल्ट्रासाउंड एक प्रकार की सोनोग्राफी को कहा जाता है, जिसके अंतर्गत शरीर के अंदर अलग-अलग प्रकार की गतिविधियों का तस्वीर बनाकर उनके बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है। दोस्तों इस प्रकार की प्रक्रिया के अंतर्गत उच्च आवृत्ति की ध्वनि को छोड़ा जाता, है हालांकि यह धनी हमारे कानों तक तो नहीं पहुंचती है, यानी कि हमें सुनाई तो नहीं देती है, लेकिन उस के माध्यम से या फिर ध्वनि तरंगों के माध्यम से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों की स्थिति और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है, तथा उनका एक चित्र निकाला जाता है, हमारे शरीर के अंगों की स्थिति के बारे में पता लगाता है।
अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन कहां लिखा होता है?
दोस्तों बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है, कि अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन कहां लिखा होता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि आपको अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत कहीं पर भी वजन लिखा हुआ देखने को नहीं मिलता है, अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत सिर्फ बच्चे के आकार को दर्शाया जाता है।
इसके अलावा बच्चे की अलग-अलग भागों के आकार तथा उसकी लंबाई को देखकर डॉक्टर के द्वारा बच्चे के वजन का एक अनुमान लगाया जाता है।
अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन ज्ञात करने का सूत्र
जैसा कि हमने आपको बताया कि अल्ट्रासाउंड के अंतर्गत किसी भी प्रकार से बच्चे का वजन नहीं दर्शाया जाता है, तो ऐसे में डॉक्टर्स के द्वारा बच्चे का वजन ज्ञात करने के लिए एक सूत्र का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चे की उम्र पर निर्भर करता है, कि उसके कौन सा सूत्र इस्तेमाल किया जाता है, तो हमने आपको अलग-अलग उम्र के हिसाब से सभी सूत्रों के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी है:-
सूत्र – 1 (अगर बच्चे का उम्र 14 दिन या उससे कम हो)
वजन(g) = लम्बाई (cm)×6+200
सूत्र – 2 (अगर बच्चे का उम्र 14 दिन से अधिक एवं 90 दिन से कम हो)
वजन(g) = लम्बाई (cm)×9+200
सूत्र – 3 (अगर बच्चे का उम्र 90 दिन से अधिक एवं 270 दिन से कम हो)
वजन(kg) = लम्बाई (cm)×2+8
एक शुद्ध पेट के बच्चे के अंतर्गत कितना वजन होना चाहिए
अगर बात की जाए कि कोई भी बचा जो पेट के अंदर है, तो उसके अंतर्गत कुल कितना वजन होना चाहिए, तो उसकी उम्र के हिसाब से उसका अलग-अलग वजन हो सकता है, जोकि के स्वास्थ्य के लिए सही माना जाता है, उसकी पूरी सूची हमने आपको नीचे उपलब्ध करवाई है:-
महिना | औसत लंबाई (cm) | औसत वजन (g) |
---|---|---|
4 | 11-11.6 cm | 95-100 g |
5 | 25-25.6 cm | 290-310 g |
6 | 29-30 cm | 600-650 g |
7 | 36-37.6 cm | 950-1000 g |
8 | 41-42.4 cm | 1.5-1.7 kg |
9 | 47.6 cm | 2.5-2.7 kg |
अल्ट्रासाउंड किन परिस्थिति के अंतर्गत किया जाता है ?
दोस्तों अक्सर हमें अल्ट्रासाउंड गर्भवती महिलाओं के अंतर्गत सबसे ज्यादा इस्तेमाल देखने को मिलता है, क्योंकि गर्भवती महिला के अंतर्गत बच्चे की स्थिति का हर समय पता लगाना काफी जरूरी होता है, कि बच्चा सही तरीके से स्वस्थ है, या फिर नहीं है, उसको पोषण सही तरीके से मिल पा रहा है, या फिर नहीं मिल पा रहा है, तो यह सारी चीजों का पता कराने के लिए अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके अंतर्गत बच्चे के शरीर तथा बच्चे के बारे में डिटेल प्राप्त की जाती है।
इसके अलावा भी अलग-अलग प्रकार के अंगो का परीक्षण करने के लिए अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे किसी भी व्यक्ति की किडनी के अंतर्गत कोई तकलीफ है, तो उसमें यह पता लगाया जाता है, कि उसकी कटनी के अंतर्गत कोई पथरी है या फिर नहीं है, तो इसके अंतर्गत अल्ट्रासाउंड का ही इस्तेमाल किया जाता है, इसके अलावा भी अलग-अलग अंगों की जांच करने के लिए या फिर उनकी स्थिति पता करने के लिए अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है।
कार्डियोग्राफी के अंतर्गत भी अल्ट्रासाउंड का ही इस्तेमाल किया जाता है, जिसके अंतर्गत हमारे हार्ट के स्वास्थ्य को चेक किया जाता है, कि हमारा हार्ट सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं कर रहा, और हमारे हार्ट की नसों में खून सही तरीके से बह रहा है।
तो दोस्तों इसके अलावा भी अलग-अलग प्रकार की कार्यों में तथा मेडिकल की अनेक क्षेत्रों के अंतर्गत अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है, मेडिकल के क्षेत्र में अल्ट्रासाउंड काफी महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी होती है, जिसका इस्तेमाल काफी अधिक मात्रा के अंतर्गत किया जाता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि अल्ट्रासाउंड में बच्चे का वजन कहां लिखा होता है (ultrasound report me bache ka vajan kha likha hota hai in hindi), किसी भी बच्चे का वजन कितना होना चाहिए, अल्ट्रासाउंड क्या होता है, इसका इस्तेमाल किन किन जगहों पर किया जाता है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
अल्ट्रासाउंड में लड़के की धड़कन कितनी होती है?
अध्ययनों की मानें तो पहली तिमाही में लड़के और लड़कियों की हृदय गति में कोई अंतर नहीं होता है। भ्रूण की सामान्य हृदय गति 120 से 160 बीपीएम होती है, जो गर्भावस्था के प्रारंभिक चरण में 140 से 160 बीपीएम और गर्भावस्था के अंतिम चरण में 120 से 140 बीपीएम तक जा सकती है।
बच्चा पेट के किस तरफ बाएं या दाएं बढ़ता है?
भ्रूण इनमें से किसी भी स्थिति में हो सकता है: बाएं पश्चकपाल पूर्वकाल: सिर नीचे है, भ्रूण गर्भवती व्यक्ति की पीठ का सामना कर रहा है, और वे भ्रूण के बाईं ओर हैं। दायां पश्चकपाल पूर्वकाल: स्थिति ऊपर के समान है, लेकिन भ्रूण भ्रूण के दाहिनी ओर है।
Homepage | Click Hear |