म्यांमार कब आजाद हुआ था? | Myanmar kab azad Hua
नमस्कार दोस्तों, जब भी भारत के पड़ोसी देशों की बात आती है तो उन देशों की सूची के अंतर्गत म्यांमार का नाम आपने अक्सर सुना होगा, प्रथा आपने अक्सर कई बार म्यांमार का जीकर अलग-अलग जगहों पर होते हुए देखा होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि म्यांमार कब आजाद हुआ था, यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि म्यांमार कब आजाद हुआ था, और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।
म्यांमार कब आजाद हुआ था? (myanmar kab azad hua)
दोस्तों अक्सर कई अलग-अलग प्रकार की परीक्षाओं के अंतर्गत यह सवाल पूछ लिया जाता है, कि म्यांमार कब आजाद हुआ था, तो ऐसे में बहुत से लोगों को इस सवाल का जवाब पता नहीं होता है, यदि आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि म्यांमार 4 जनवरी सन 1948 को आजाद हुआ था।
म्यांमार की राजधानी क्या है? (myanmar ki rajdhani kya hai)
अगर बात की जाए कि म्यांमार की राजधानी क्या है, तुम म्यांमार की राजधानी वर्तमान समय के अंतर्गत नाएप्यीडॉ है।
म्यांमार की कुछ प्रमुख विशेषता
- भूगोल: म्यांमार एक भूमध्यसागरीय देश है जिसका लगभग आधा भाग जंगल और पहाड़ी है। यह बायुओं की अधिकतम संख्या वाला एक देश है जो मॉनसूनी जलवायु की वजह से बहुत वर्षा होती है।
- राजधानी: म्यांमार की राजधानी नायपीडॉ है। यह दक्षिण-पूर्वी म्यांमार में स्थित है और यह देश का सबसे बड़ा शहर है।
- धर्म: म्यांमार एक धार्मिक देश है। बौद्ध धर्म यहां के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यहां दुनिया का सबसे बड़ा प्यारा बौद्ध मंदिर श्वेदागोंग महामुनी भी है।
- भाषा: म्यांमार की राजभाषा बर्मी है, जो एक सिन-तिब्बती भाषा है। अन्य भाषाएं इसमें चीनी, अंग्रेज़ी, हिंदी और बङ्गाली भाषा भी उपलब्ध है।
- सड़क खाद्य: म्यांमार में सड़क खाद्य बहुत प्रचलित है और इसे “मोहिंग्या” कहा जाता है। यह एक बांग्लादेशी खाने की विधि है जिसमें भात, दाल और मांस मिलाकर बनाया जाता है।
- इतिहास: म्यांमार का इतिहास बहुत पुराना है और यह पहले नागा, मोन और प्यु लो नामक संस्कृतियों के अधीन था। बाद में इसे प्यु के राजा अनौष्ठुबिया ने अपने अधीन किया।
- स्वतंत्रता: म्यांमार ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद 1948 में एक संविधान बनाया गया था।
- आधुनिकता: म्यांमार अभी भी एक विकासशील देश होने के लिए संघर्ष कर रहा है। अनुशंसित दर्जे के अधिकारी भी देश में समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
- पर्यटन: म्यांमार के लिए पर्यटन एक मुख्य आय का स्रोत है। यहां अधिकतर पर्यटक बगान, प्यारे बौद्ध मंदिर और समुद्र तट जैसे स्थानों को देखने आते हैं।
- कला और संस्कृति: म्यांमार में भारतीय और थाई फ़ोक नृत्यों के साथ-साथ अपनी खुद की लोक कला भी है। यहाँ पारंपरिक रूप से चित्रकारी, कारीगरी और कागज़ बनाने की कला भी प्रचलित है। म्यांमार में बौद्ध धर्म का बहुत महत्व है, इसलिए यहां बौद्ध मंदिर भी बहुत हैं।
- दर्शनीय स्थल: म्यांमार अपने सुंदर दर्शनीय स्थलों के लिए जाना जाता है। इसमें इंलेंड जहाज़ बाज़ार, श्वेदागों पाथार का बुद्ध मंदिर, मंदले श्वेदागों मंदिर, बागोयी चौंफा मंदिर, अनंता सागर लेक, कचीन हिल्स और इंथारा कवे इत्यादि शामिल हैं।
- खाद्य संस्कृति: म्यांमार में खाने की संस्कृति भी अपनी विशेषताओं से भरपूर है। यहां चाय, विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट स्नैक्स और स्थानीय भोजन जैसे दाल, चावल, सब्जियां, मछली, मांस आदि खाये जाते हैं।
- जनसंख्या: म्यांमार की जनसंख्या लगभग 5.5 करोड़ है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि म्यांमार कब आजाद हुआ था, (myanmar kab azad hua), म्यांमार देश की राजधानी क्या है, इसके अलावा म्यांमार के बारे में कुछ विशेषताओं के बारे में भी हमने आपको इस आर्टिकल में बताया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
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