टीपू सुल्तान ने कितने मंदिर तोड़े थे?
टीपू सुल्तान (Tipu Sultan), हिंदुस्तान के एक महान शासक थे। लेकिन अन्य मुसलमान शासकों की तरह उन्होंने भी मंदिर तोड़े थे। इतिहासकारों का मानना है कि इसके पीछे धार्मिक और राजनीतिक दोनों कारण थे।
आज इस लेख में हम आपको बताएंगे टीपू सुल्तान ने कितने मंदिर तोड़े (tipu sultan ne kitne mandir tode)। उन्होंने मंदिर क्यों तोड़े और देश के लिए उन्होंने क्या किया था।
टीपू सुल्तान ने कितने मंदिर तोड़े
यह दावा किया जाता है कि टीपू सुल्तान ने 8000 मंदिरों को तोड़ा। पर इसका कोई प्रमाण नहीं है।
किताबों में यह भी है कि टीपू सुल्तान ने कई मंदिरों का पुनर्निर्माण भी करवाया था। श्रीरंगापटनम की श्री रघुनाथ स्वामी मंदिर को टीपू ने संरक्षण भी दिया था।
इसीलिए Tipu Sultan ने कितने मंदिर तोड़े इसका कोई प्रमाण नहीं। यह एक विवाद का विषय रहा है।
टीपू सुल्तान ने मंदिर क्यों तोड़े
इतिहासकारों के मुताबिक राजनैतिक और धार्मिक दोनो ही कारणो से टीपू सुल्तान ने मंदिर तोड़े।
कई मंदिर युद्ध के दौरान टूटे। तो कई मंदिरों को, हिंदुओं को दबाने के लिए और मुस्लिम धर्म के सत्ता को बढ़ाने के लिए तोड़ा गया।
टीपू सुल्तान ने देश के लिए क्या किया था?
Tipu Sultan ने देश के स्वाधीनता के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ बहुत से युद्ध लड़े थे। उन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ संघर्ष किया था।
अपने शासनकाल में उन्होंने कृषि, व्यापार तथा उद्योग को बढ़ावा दिया था। उन्होंने रेशम उद्योग का भरपूर विकास किया था। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मे भी उनका योगदान है। उन्होंने रॉकेट तकनीक का विकास किया था।
टीपू सुल्तान की मृत्यु कब हुई?
टीपू सुल्तान की मृत्यु 4 मेई, 1799 को हुई थी। वे चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध के दौरान श्रीरंगपट्टनम में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के साथ लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। उनकी मृत्यु के बाद मैसूर पर ब्रिटिश नियंत्रण स्थापित हो गया।
टीपू सुल्तान ने कितने युद्ध लड़े
(Tipu Sultan) टीपू सुल्तान ने मुख्य रूप से चार बड़े युद्ध लड़े, जिन्हें एंग्लो-मैसूर युद्ध कहा जाता है। ये युद्ध थे –
- पहला एंग्लो-मैसूर युद्ध (1767-1769) -इस युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकला।
- दूसरा एंग्लो-मैसूर युद्ध (1780-1784) – यह युद्ध मंगलौर संधि के साथ खत्म हुआ।
- तीसरा एंग्लो-मैसूर युद्ध (1790-1792) – इस युद्ध के कारण टीपू ने अपने राज्य का बड़ा हिस्सा खो दिया।
- चौथा एंग्लो-मैसूर युद्ध (1798-1799) – इस युद्ध में टीपू सुल्तान लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए और मैसूर अंग्रेजों के अधीन हो गया।
निष्कर्ष
इस लेख में आपने जाना टीपू सुल्तान ने कितने मंदिर तोड़े और क्यों। साथ ही हमने आपको इस बात की जानकारी भी दी की टीपू सुल्तान ने कितने युद्ध लड़े और उनकी मृत्यु कब हुई। इतिहास उन्हें सेरे-मैसूर के नाम से सदैव याद रखेगा। वह एक देशभक्त थे।
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टीपू सुल्तान कहाँ का शसक था?
टीपू सुल्तान मैसूर के शासक थे।
टीपू सुल्तान कौन से धर्म का था?
टीपू सुल्तान इस्लाम धर्म के थे।
क्या टीपू सुल्तान एक क्रूर शासक थे?
नहीं, टीपू सुल्तान एक अच्छे शासन तथा सच्चे देशभक्त थे।
क्या टीपू सुल्तान ने मस्जिदों को भी नष्ट किया था?
टीपू सुल्तान ने मस्जिदों को नष्ट नहीं किया था।
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