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गुरु नानक का जन्म कहां हुआ था? | guru nanak ka janm kab hua tha

guru nanak ka janm kab aur kahan hua tha | गुरु नानक देव का जन्म कहां हुआ था

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नमस्कार दोस्तों, प्राचीन इतिहास के अंतर्गत गुरु नानक देव का काफी बड़ा नाम है, इसके अलावा आज के समय भी गुरु नानक देव का काफी बड़ा महत्व है तथा उनको काफी माना जाता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि गुरु नानक का जन्म कहां पर हुआ था, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तथा इस विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

आज के इस आर्टिकल के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं, कि गुरु नानक का जन्म कहां हुआ था, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी देने वाले है। तो ऐसे में यह आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है, तो इसको अंत तक जरूर पढ़िए।

गुरु नानक का जन्म कहां हुआ था? | guru nanak ji ka janm kahan hua tha

अगर दोस्तों बात की जाएगी गुरु नानक का जन्म कहां हुआ था तो इतिहासकारों का यह मानना है, कि गुरु नानक देव का जन्म पाकिस्तान के अंदर स्थित रावी नदी के तट पर हुआ था। इस नदी के तट पर बसे तगड़ी नामक एक छोटे से गांव के अंतर्गत खत्री परिवार में गुरु नानक देव का जन्म हुआ था, इसके अलावा गुरु नानक देव का जन्म किस दिनांक को हुआ था इसके बारे में अभी तक कोई भी इतिहासकार स्पष्ट राय नहीं दे सका है।

अनेक इतिहासकार इस पर अपनी अपनी राय देते रहते हैं, कुछ इतिहासकारों का मानना है, कि गुरु नानक जी का जन्म 15 अप्रैल 1470 के अंतर्गत हुआ था। आज के समय गुरु नानक देव जी की जन्म तिथि पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, तथा इस दिन काफी धूमधाम से गुरु नानक देव की जन्म तिथि को मनाया जाता है। गुरु नानक देव की तिथि अक्टूबर 19 नवंबर के महीने में आने वाली दिवाली के ठीक 15 दिन बाद आती है।

guru nanak ka janm kab hua tha | गुरु नानक का जन्म कहां हुआ था

गुरु नानक देव ने अपने जीवन से लाखों लोगों के जीवन में प्रभाव डाला था, गुरु नानक देव जी अपने ज्ञान तथा शिक्षा के बल से हिंदू, मुसलमान से लेकर प्रत्येक धर्मों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुके थे, उनके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को हर समुदाय के लोगों के द्वारा बनाया जाता था, तथा हर समुदाय के लोग इनकी पूजा करते थे। तो ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि गुरु नानक देव जी कितने महान व्यक्ति रहते हैं।

नानक देव जी के द्वारा करतारपुर नामक एक शहर भी बताया गया है जहां पर उन्होंने एक धर्मशाला तथा एक गुरुद्वारे का निर्माण भी करवाया है।

गुरु नानक देव जी 22 सितंबर 1539 को इस दुनिया को छोड़कर चले गए थे। भले ही अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं लेकिन आज भी गुरु नानक देव जी तथा उनके द्वारा दिए गए विचार आज भी इस दुनिया के अंतर्गत तथा इस दुनिया के लोगों के मस्तिक में मौजूद है।

गुरु नानक देव की रचनाये (Guru Nanak Teachings)

  • जपु जी
  • झूठी देखी प्रीत
  • को काहू को भाई
  • जो नर दुख में दुख नहिं मानै
  • सूरा एक न आँखिए
  • राम सुमिर, राम सुमिर
  • सब कछु जीवित कौ ब्यौहार
  • हौं कुरबाने जाउँ पियारे
  • मुरसिद मेरा मरहमी
  • काहे रे बन खोजन जाई
  • प्रभु मेरे प्रीतम प्रान पियारे
  • अब मैं कौन उपाय करूँ
  • या जग मित न देख्यो कोई
  • जो नर दुख में दुख नहिं माने
  • यह मन नेक न कह्यौ करे

गुरु नानक देव मृत्यु (Guru Nanak Death)

अपनी शिक्षाओं के माध्यम से, गुरु नानक हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गए। उनके आदर्श ऐसे थे कि दोनों समुदाय इसे आदर्श मानते थे। अपने जीवन के अंतिम दिनों में, गुरु नानक बहुत लोकप्रिय हुए। गुरु नानक ने करतारपुर नामक एक शहर की स्थापना की थी और वहां एक धर्मशाला (गुरुद्वारा) का निर्माण किया था। 22 सितंबर 1540 को गुरु नानक देव की मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद, उन्होंने अपने महान भक्त और शिष्य लहंगा को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। जो बाद में गुरु अंगद देव के नाम से प्रसिद्ध हुए।

आज आपने क्या सीखा

तो आज के इस आर्टिकल के अंतर्गत आपने जाना की गुरु नानक देव का जन्म कहां हुआ था, इसके अलावा हमने आपको इस विषय से जुड़ी बराबर एक जानकारी दी है। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको गुरु नानक देव जी से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी देने का प्रयास किया है कि गुरु नानक देव जी का जन्म कहां पर हुआ था, उसके बाद किस तरह से उन्होंने अपने जीवन को जिया था।

हमने इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को आपको देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई है तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने तथा नया सीखने को मिला है। अगर यह पोस्ट आपको पसंद आई, तो इसे सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें तथा नीचे कमेंट में हमें अपनी राय जरूर दें।

FAQ

गुरु नानक कैसा दिखता था?

उनकी मोटी सफेद दाढ़ी थी और उन्होंने केसरिया लहंगा पहना हुआ था। उनके कंधे भूरे रंग के शॉल में लिपटे हुए थे और उन्होंने साधारण दुमल्ला शैली में बंधी पगड़ी पहनी थी। यह नानक की एक सर्वव्यापी छवि है। बेशक, निश्चित रूप से यह कहना मुश्किल है कि क्या नानक ने वास्तव में ऐसे कपड़े पहने थे।

गुरु नानक का वास्तविक नाम क्या है?

नानक (Nanak)

गुरु नानक का जन्मदिन नवंबर में क्यों मनाया जाता है?

विवादास्पद भाई बाला जन्मासाखी के अनुसार, यह दावा करता है कि गुरु नानक का जन्म भारतीय चंद्र माह कार्तिक की पूर्णिमा (पूर्णिमाशी) को हुआ था। सिख इस कारण से नवंबर के आसपास गुरु नानक के गुरुपर्व को मनाते रहे हैं और इसे सिख परंपराओं में शामिल किया गया है।

कौन सा मुगल शासक गुरु नानक देव जी का समकालीन था?

गुरु नानक देव मुगल सम्राट – बाबर के समकालीन थे। 10 सिख गुरु हैं।

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