कामाख्या मंदिर कब जाना चाहिए, कब रहता है मंदिर बंद
कामाख्या मंदिर, भारत के असम राज्य में स्थित एक प्राचीन हिन्दू मंदिर है जो मां कामाख्या को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व का केंद्र है, बल्कि तांत्रिक विद्या का भी प्रमुख केंद्र है।
आज इस लेख में हम जानेंगे कामाख्या मंदिर कब जाना चाहिए, यहां किसकी पूजा होती है और कामाख्या मंदिर का रहस्य (Kamakhya Mandir Ka Rahasya) क्या है।
कामाख्या मंदिर कब जाना चाहिए
कामाख्या मंदिर साल भर खुला रहता है, तो आप जब चाहे जा सकते हैं, लेकिन कामाख्या मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय है अप्रैल से सितंबर के बीच। यह मंदिर असम में नीलांचल पर्वत पर स्थित है।
यहां साल भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन नवरात्रि, अम्बुबाची मेला और माघ बिहू जैसे त्योहारों के दौरान भीड़ और भी बढ़ जाती है।
नवरात्रि वर्ष में 4 बार आती है, अम्बुबाची मेला जून-जुलाई में, और माघ बिहू जनवरी में आती है। इस समय यहां भीड़भाड़ बहुत ज्यादा होता है।
तो अगर आप काम भीड़भाड़ में जाना चाहते हैं तो इन अवसरों को छोड़कर बाकी कभी भी जा सकते हैं। अगर आपको ठंड पसंद है तो अक्टूबर से मार्च के बीच जाइए। और अगर आपको गर्मी पसंद है तो अप्रैल से सितंबर के बीच जाइए।
कामाख्या मंदिर में किसकी पूजा होती है (Kamakhya Mandir Mein Kiski Puja Hoti Hai)
कामाख्या मंदिर मे मां कामाख्या, जो की सती का योनि रूप है, की पूजा होती है। यह देवी सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है।
यहां आकर आपको आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव होगा और मां कामाख्या का आशीर्वाद मिलेगा।
कामाख्या मंदिर का रहस्य (Kamakhya Mandir ka Rahasya)
कामाख्या मंदिर रहस्यों से भरा हुआ है, जिनमे से कुछ ये हैं;
- दुनिया का एकमात्र मंदिर है जहां योनि की पूजा की जाती है।
- इस मंदिर को योनि पीठ के रूप में भी जाना जाता है।
- यहां जलने वाली अनंत ज्योति काफ़ी प्रसिद्ध हैं, जो की हजारों सालों से जल रही है और मान्यता है कि इसे भगवान विष्णु ने जलाया था।
- अम्बुबाची मेला के दौरान मंदिर से रक्त बहता है।
- यहां का तंत्र साधना भी बहुत प्रसिद्ध हैं, जहाँ कई सारे तांत्रिक, नागा बाबा जाकर तंत्र साधना करते हैं।
कामाख्या मंदिर कब बंद रहता है?
अम्बुबाची मेला के दौरान मंदिर का कपाट बंद कर दिया जाता है। इस दौरान देवी कामाख्या को मासिक धर्म माना जाता है।
फिर प्रत्येक वर्ष अगस्त में जब मंदिर की वार्षिक सफाई होती है तब भी मंदिर को बंद कर दिया जाता है।
कामाख्या मंदिर दर्शन का टिकट कैसे लें
कामाख्या मंदिर में प्रवेश मुक्त है, इसलिए मां के दर्शन के लिए आपको किसी टिकट की आवश्यकता नहीं है।
हां कुछ विशेष सुविधा और सेवाओं के लिए आपको टिकट लेना होगा, जिसके लिए आप माँ कामाख्या ट्रस्ट के ऑफिसियल वेबसाइट (maakamakhya.org) पर जा सकते हैं:
- विशेष दर्शन के लिए टिकट: अगर आप भीड़भाड़ से अलग जाकर दर्शन करना चाहते हैं तो मंदिर के प्रवेश द्वार पर विशेष दर्शन के लिए टिकट खरीद सकते हैं।
- पूजा और भोग: आप मंदिर के पुजारियों को शुल्क देकर पूजा और भोग का व्यवस्था करवा सकते हैं।
निष्कर्ष
मां कामाख्या का मंदिर हिंदू श्रद्धालुओं के मन में बहुत ही पवित्र स्थान रखता है। इस लेख के माध्यम से हमने आपको इस मंदिर से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान किया। हमने बताया कामाख्या मंदिर कब जाना चाहिए। मंदिर दर्शन के लिए जाने से पहले आप मंदिर के ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर ताजा जानकारी अवश्य ले लें।
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कामाख्या मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय?
कामाख्या मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय है अप्रैल से सितंबर के बीच।
कामाख्या मंदिर में क्या प्रसिद्ध है?
कामाख्या मंदिर में सबसे ज्यादा अनंत ज्योति प्रसिद्ध है।
कामाख्या मंदिर जाने का रास्ता?
हवाई मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग, तीनों से आप कामाख्या मंदिर जा सकते हैं।
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