साहित्य सहचर के लेखक कौन है? | sahitya sahchar ke lekhak kaun hai
sahitya sahchar ke lekhak kaun hain |
नमस्कार दोस्तो, आपने अक्सर अपने जीवन के अंतर्गत साहित्य सहचर किताब के बारे में तो जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते है कि साहित्य सहचर के लेखक कौन है, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
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साहित्य सहचर के लेखक कौन है? (sahitya sahchar ke lekhak kaun hai)
यदि दोस्तों आपको इसके बारे में पता नहीं है, कि साहित्य सहचर के लेखक कौन है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं, कि साहित्य के लेखक “हजारी प्रसाद द्विवेदी जी” है। हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का नाम भारत के प्रमुख साहित्यकारों की सूची के अंतर्गत आता है, जिन्होंने अपने साहित्य की रचना हिंदी भाषा के अंतर्गत की है। साहित्य के योगदान के चलते हैं, हजारी प्रसाद द्विवेदी जी को साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की जीवनी
दोस्त हजारी प्रसाद द्विवेदी का जन्म सन 1964 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के अंतर्गत हुआ था, इनका परिवार पंडित होने के कारण इनको संस्कृत का काफी ज्ञान था, तथा पिताजी भी इनके पंडित जी थे जो संस्कृत विद्वान थे। इनका बचपन का नाम भेजना द्विवेदी रखा गया था।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव से ही पूरी की थी, और उसके बाद ही उन्होंने अपनी पूरी शिक्षा प्राप्त करने के बाद शक्ति मोहन सेन और गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की छत्रछाया में हिंदी गायन शुरू कर दिया था। इसके 20 वर्षों के फसाद 1957 के अंतर्गत इनको भारत सरकार के द्वारा पदम भूषण के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
उसके बाद उनके द्वारा हमारे साहित्य में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया गया था, अनेक लेख इन के द्वारा लिखे गए थे। अंत में 19 मई सन 1979 को इनका निधन हो गया था।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की साहित्यिक जीवनी | Hazari Prasad Dwivedi Biography in Hindi
नाम (Name) | हजारी प्रसाद द्विवेदी (Hazari Prasad Dwivedi) |
जन्म तिथि और स्थान (date and place of birth) | 19 अगस्त 1907 बलिया, उत्तर प्रदेश, भारत |
मृत्यु की तिथि और स्थान (date and place of death) | 19 मई 1979 दिल्ली, भारत |
व्यवसाय (profession) | लेखक, आलोचक, प्राध्यापक (writer, critic, professor) |
हिंदी साहित्य का काल (Hindi literature period division) | आधुनिक काल |
हिंदी साहित्य विधा | हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार (Hindi essayist, critic and novelist) |
बचपन का नाम (childhood name) | वैद्यनाथ द्विवेदी (Vaidyanath Dwivedi) |
माता पिता का नाम (Parents Name) | अनमोल द्विवेदी, ज्योतिष्मती |
सम्मान/ पुरस्कार (Prize) | 1. साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन 1957 में पद्म भूषण से सम्मानित
2. आलोक पर्व निबंध के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। 3. लखनऊ विश्वविद्यालय ने इनको Doctor of Letters (डॉक्टर ऑफ लेटर्स) का सम्मान दिया। |
पत्नी का नाम (wife’s name) | भगवती देवी |
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि साहित्य सहचर की रचना किसके द्वारा की गई थी,(sahitya sahchar ke lekhak kaun hai), हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत मेरे साहित्य सहचर किताब से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि संभोग से समाधि की साहित्य सहचर किताब की रचना किसके द्वारा की गई थी, इसके अलावा साहित्य शास्त्र किताब के रचयिता हजारी प्रसाद द्विवेदी का जीवन परिचय भी हमने इस पोस्ट में आपको बताया है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
FAQ
हिंदी साहित्य का जनक कौन है?
भारतेंदु हरिश्चंद्र आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक कहे जाते हैं. उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध में उन्होंने अलग-अलग विधाओं में लेखन किया. महज पैंतीस साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई लेकिन उनके समय को हिंदी का भारतेंदु युग कहा जाता है.
साहित्य सहचर के लेखक कौन हैं?
आलोचनात्मक कृति ‘साहित्य सहचर’ के लेखक ‘हजारी प्रसाद द्विवेदी’ हैं। हजारी प्रसाद द्विवेदी हिंदी के एक प्रसिद्ध निबंधकार, उपन्यासकार, आलोचक थे। उन्होंने हिंदी भाषा में अनेक आलोचनात्मक निबंधों की रचना की है।
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