Ruckus Over Vijay Gokhales Book: Left Leaders Reject Claims Of Being Influenced By Chinas Policies – गोखले की बुक पर बवाल: वाम नेताओं ने चीन की नीतियों से प्रभावित होने के दावे को किया खारिज

खबरी, अमर उजाला, नई दिल्ली
द्वारा प्रकाशित: सुरेंद्र जोशी
अपडेट किया गया मंगल, 03 अगस्त 2021 11:43 PM IST
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पूर्व विदेश जीत गोखले की किताब पर बवाल यह है। वाम ने लिखा था।
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गोखले ने अपनी बुक ‘दक्षीय गेम: हाउ दशाइन नेगोशिएटर इंडिया’ में वाम की हवा पर सवाल किए। दावा करने के लिए वर्ष 2007 और 2008 के बीच भारत- परमाणु अनुबंध करने के लिए, उन्होंने वाम का उपयोग किया था। गोखले ने यह भी दावा किया कि भाकपा और माकपा के साथ जुड़ें ,
वाम उत्पादकता से संबंधित जगजाहिर : मंत्री मुरलीधरन
गोखले के बारे में विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीन से उनकी बैठक हुई थी कि वामधर के लिए वे क्या थे।
येचुरी बोलें- अमेरिका से अनुबंधित स्वायत्तता से : येचुरी
ये थे माकपारी ने कहा था कि गोखले के कोटाराम में वे थे। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में जुड़ा हुआ था और जुड़ाव था। संतुलन भारत की सुरक्षा में जरूरी है कि इसे रखना चाहिए। यह बात एक घंटे के बाद वायरल हुई। इस परमाणु ऊर्जा में एक परमाणु ऊर्जा को बढ़ा सकता है। अलबत्ता भारत अमेरिका का संघ सदस्य बन गया।
गैरजिम्मेदाराना दावा दावा, वाम दल देशभक्त : विस्वाम
भाकपा परिवार के खाते में रखे जाने के लिए जिम्मेदार हैं। यह कहा जाता है कि गैर-जिम्मेदाराना लेखा पर उत्तर की आवश्यकता होती है। भारत में वाम दल अन्य अन्य दक्षिणपंथी दल या फिर शिवाजी के व्यापम देशभक्त रही
शासनाधिकारी दल
हंताड़, माकपा नेता हन्नान मोइल ने कहा कि देश में प्रभावी दल अमेरिकी और इस्रिलाइल के एजेंट हैं। वाम परीक्षण पर किसी विशेष बल का प्रभाव नहीं। वाम संदेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
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