राजा बच्चू सिंह ने अंबेडकर को क्यों मारा? (Dr Bhim Rao Ambedkar ki Mrityu Kaise Hui)

डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्हें बाबासाहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संविधान के निर्माता और एक प्रमुख समाज सुधारक थे। लेकिन हर महान व्यक्ति को भी एक न एक दिन यह दुनिया छोड़कर जाना होता है। आज इस लेख में हम जानेंगे डॉ. भीमराव अंबेडकर की मृत्यु कैसे हुई (Dr Bhimrao Ambedkar ki Mrutyu Kaise Hui) और उनके जीवन की महत्वपूर्ण बातें।
भीमराव अंबेडकर की मृत्यु कैसे हुई (Dr Bhim Rao Ambedkar ki Mrityu Kaise Hui)

डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr Bhim Rao Ambedkar) की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनके घर मे हुई थी। अंबेडकर जी की सेहत उनके जीवन के अंतिम वर्षों में काफी खराब हो गई थी। उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप और आंखों की समस्याएं थीं। उनके निधन का कारण भी इन्हीं स्वास्थ्य समस्याओं का संयुक्त प्रभाव माना जाता है।
राजा बच्चू सिंह ने अंबेडकर को क्यों मारा?
राजा बच्चू सिंह (Raja Bacchu Singh) का नाम अंबेडकर की मृत्यु से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है। यह एक अफवाह या मिथ्या सूचना हो सकती है।
डॉ. अंबेडकर की मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई थी और इसमें किसी भी प्रकार की हिंसा या हत्या का कोई सबूत नहीं है। इसलिए, राजा बच्चू सिंह द्वारा अंबेडकर की हत्या का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
भीमराव अंबेडकर ने दूसरी शादी क्यों की?

डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपनी पहली पत्नी रमाबाई की मृत्यु के बाद दूसरी शादी की थी। उनकी पहली पत्नी की मृत्यु के बाद वे अकेलापन महसूस करने लगे थे और उनके स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ने लगा था।
इसके अलावा, उनकी दूसरी पत्नी, सविता अंबेडकर (शारदा कबीर), एक प्रशिक्षित डॉक्टर थीं और अंबेडकर जी की सेहत का ध्यान रखने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सविता अंबेडकर ने अंबेडकर जी के शेष जीवन में उनका साथ दिया और उनकी सेवा की।
बाबा साहब की पांच गलतियां (Five mistakes of Baba Saheb)
- पाकिस्तान का विभाजन समर्थन: अंबेडकर ने अपनी किताब “थॉट्स ऑन पाकिस्तान” में पाकिस्तान के विभाजन के विचार का समर्थन किया था। जिसे उनके आलोचक उनकी गलती मानते हैं।
- सांस्कृतिक धरोहर की आलोचना: अंबेडकर ने हिंदू धर्म और उसकी परंपराओं की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे जाति व्यवस्था और सामाजिक असमानता का मुख्य स्रोत माना। इसे उनकी गलती मानी जाती है।
- गांधीजी से मतभेद: महात्मा गांधी और अंबेडकर के बीच कई मुद्दों पर गहरे मतभेद थे, इसे भी कई लोग उनकी गलती मानते हैं।
- बौद्ध धर्म में धर्म परिवर्तन: अंबेडकर ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में बौद्ध धर्म को अपनाया और लाखों दलितों को इसके लिए प्रेरित किया। कई लोगों के विचार से, यह उन्होंने गलत किया।
- दलित राजनीति का अलगाववाद: अंबेडकर ने दलितों के लिए स्वतंत्र राजनीतिक पहचान और अधिकारों की मांग की। उनके इस रुख को कुछ आलोचकों ने सामाजिक एकता और राष्ट्रीय राजनीति में विभाजनकारी माना।
निष्कर्ष
इस लेख में आपने जाना डॉ भीमराव अंबेडकर की मृत्यु (Dr Bhim Rao Ambedkar ki Mrityu) कैसे हुई। राजा बच्चू सिंह ने अंबेडकर को मारा है, यह एक अफवाह है। अंबेडकर की मृत्यु प्राकृतिक रूप से हुई थी। उनका जीवन और कार्य अत्यंत प्रेरणादायक और महत्वपूर्ण हैं। फिर भी, उनके पांच विचार, जिन्हें कुछ लोग गलत मानते हैं, उसके बारे में भी हमने आपको इस लेख में बताया।
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Ambedkar ko kisne goli mari?
डॉ. भीमराव अंबेडकर को किसी ने गोली नहीं मारी, उनकी मृत्यु प्राकृतिक रूप से हुई थी।
बाबा साहब को कितनी भाषाओं का ज्ञान था?
डॉ. भीमराव अंबेडकर को मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, पाली, संस्कृत, फ्रेंच, जर्मन, गुजराती और कई अन्य भाषाओं का ज्ञान था।
बाबा साहेब की मृत्यु कब हुई थी?
बाबा साहेब की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को हुई थी।
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