प्रकाश का अपवर्तन(Refraction of Light in hindi)
prakash ke apvartan mein uska kya pravartit rahata hai | prakash ka apvartan
नमस्कार दोस्तों, आपने Refraction of Light के बारे में तो जरूर सुना होगा। जिसे हिंदी भाषा के अंतर्गत प्रकाश का अपवर्तन कहा जाता है। क्या आप जानते हैं, कि प्रकाश का अपवर्तन क्या होता है, यह किस तरह से कार्य करता है, तथा प्रकाश का अपवर्तन क्यों होता है। यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है तथा आप जानना चाहते हैं तो हम आपको इसके बारे में सभी जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
आज इस पोस्ट के माध्यम से हम जाने वाले हैं कि Refraction of Light in hindi क्या होता है, इसके अलावा प्रकाश के अपवर्तन से जुड़ी लगभग हर जानकारी हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से उपलब्ध करवाने वाले हैं।
प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light in hindi)
जब प्रकाश किसी भी एक पारदर्शी माध्यम ( माना वाय ) से दूसरे पारदर्शी माध्यम माना काँच ) में जाता है, तो दूसरे माध्यम से गुजरते समय इसकी संचरण दिशा परिवर्तित हो जाती है । यह या तो अभिलम्ब की ओर झुक जाती है या अभिलम्ब से दूर हट जाती है । यह परिघटना (phenomenon) प्रकाश का अपवर्तन कहलाती है। इसे अगर आसान भाषा में समझा जाए तो जब प्रकाश की कोई किरण एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे पारदेसी माध्यम में जाती है, तो दूसरे पारदर्शी माध्यम के अंतर्गत वह प्रकाश की किरण अपनी दिशा से विचलित हो जाती है, जिसमें या तो वह किरण अभिलंब से ऊपर की ओर चले जाते हैं या फिर अभीलंब की ओर झुक जाती है। इस पूरी प्रक्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।
प्रकाश के अपवर्तन के उदाहरण
तो चलिए दोस्तों प्रकाश के अपवर्तन को कुछ उदाहरण के माध्यम से समझते हैं, जिससे आपको प्रकाश के अपवर्तन को समझने में काफी आसानी होने वाली है, इसके कुछ उदाहरण आपको नीचे दिए गए हैं :-
- जब भी हम से पानी से भरे हुए पत्र में कोई सिक्का रखते हैं, तो वह सिक्का उस पत्थर के अंदर हमें तल से ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है, यह प्रक्रिया अपवर्तन के कारण ही होती है। प्रकाश के अपवर्तन के प्रभाव के कारण ही वह सिक्का हमें ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है।
- इसके अलावा जब हम पानी के भरे हुए किसी पात्र में कोई पेंसिल रखते हैं, तो बाहर से देखने पर वह पेंसिल बीच से टूटी हुई दिखाई देती है, यह प्रक्रिया भी प्रकाश के अपवर्तन के कारण होती है। प्रकाश के अपवर्तन के कारण ही वह पेंसिल हमें बाहर से टूटी हुई दिखाई देती है।
- जब रात को हम आकाश में देखते हैं, तो हमें अलग अलग तारे टिमटिमाते हुए दिखाई देते हैं यह प्रक्रिया भी प्रकाश के अपवर्तन के प्रभाव के कारण ही होती है।
- आपने अक्सर देखा होगा कि सूर्य जब क्षितिज से नीचे चला जाता है, फिर भी हमें दिखाई देता है, इस प्रक्रिया के पीछे भी प्रकाश का अपवर्तन का ही प्रभाव है। प्रकाश के अपवर्तन के कारण ही सूर्य क्षितिज से नीचे जाने के बाद भी हमें दिखाई देता है।
Also read: UPSSSC pet full form in hindi
प्रकाश अपवर्तन के नियम
- प्रकाश के अपवर्तन के समय आपतित किरण , आपतन बिन्दु पर अभिलम्ब व अपवर्तित किरण तीनों एक ही तल में होते हैं ।
- आपतन कोण की ज्या ( sin i ) व अपवर्तन कोण की ज्या ( sin r ) का अनुपात किन्हीं दो माध्यमों के लिए एक नियतांक होता है , जिसे दूसरे माध्यम का पहले माध्यम के सापेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं।
प्रकाश के अपवर्तन के इस नियम को स्नैल का नियम भी कहते हैं ।
अपवर्तनांक
किसी भी माध्यम के अंतर्गत प्रकाश की चाल निर्धारित करने वाले गुण को अपना कहते हैं। अब पटना किसी भी पत्र के अंतर्गत या फिर किसी भी माध्यम के अंतर्गत प्रकाश की चाल को निर्धारित करता है। अपवर्तनांक मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं :-
1. निरपेक्ष अपवर्तनांक
जब प्रकाश वायु से किसी पारदर्शी माध्यम में जाता है या फिर गमन करता है, तो उसे निरपेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं।
2. सापेक्ष अपवर्तनांक
जब प्रकाश किसी एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है या फिर का मन करता है, तो उसे सापेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं।
अपवर्तनांक को प्रभावित करने वाले कारक
किसी भी अपवर्तनांक को मुख्य रूप से निम्न कारक प्रभावित करते हैं :-
( i ) माध्यम की प्रकृति
( ii ) प्रकाश का रंग या तरंगदैर्ध्य
( iii ) माध्यम का ताप बढ़ाने पर माध्यम का अपवर्तनांक घटता है।
Also read: Matric ka full form kya hota hai
आज आपने क्या सीखा
तो आज आपने इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि अपवर्तन किसे कहते हैं, हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से अपवर्तन के प्रभाव से जुड़ी सभी जानकारियों को विस्तार से दिया है। इसके अलावा हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से अपवर्तनांक के बारे में भी बताया है, कि अब अपवर्तनांक क्या होता है, इसके कितने प्रकार होते हैं, तथा इसको कौन कौन से कारक प्रभावित करते हैं, इन सभी के बारे में हमने आपको विस्तार से जानकारी दी है।
हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई है, तथा इस पोस्ट के माध्यम से आपको कुछ नया सीखने को मिला है। नीचे कमेंट करके हमें इस विषय के बारे में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें।
Homepage | Click Hear |