pradosh vrat in december 2021 date time pradosh kaal puja vidhi shubh muhrat – Astrology in Hindi – Pradosh Vrat : दिसंबर में पड़ेंगे गुरु और शुक्र प्रदोष व्रत, नोट कर लें डेट, मुहूर्त और पूजा

प्रदोष व्रत : प्रदोष व्रत शंकर को समर्पण है। त्रयोदशी तिथि तिथि तिथि तिथि समाप्त होने के बाद माह में दो बार प्रदोष व्रत है। एक शुक्ल समूह में और एक कृंष में। साल में कुल 24 प्रदोष विषैला हैं। हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का महत्व अधिक है। प्रदोष व्रत पर विधि- विधायिका से शंकर की पूजा-अर्चना करने वाले व्यक्ति के मनोभावों को पूरा करेंगे। माह में लॉन्च के लॉन्च केशुक दिसंबर में प्रदोष व्रत और माह माह के कृष्ण का प्रदोष वृत्तांत क्रिया। कामयाबी के मामले के सात दिन के प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत में प्रदोष काल में पूजा का विशेष महत्व है। आइए , मुहूर्त और-विधि…
प्रदोष व्रत- मार्ग शीर्ष शुक्लक्ल्स
- 16 दिसंबर, 2021, गुरुवार।
तूफान को हरी प्रदोष व्रत को गुरु प्रदोष व्रत कहा जाता है।
मार्गशीर्ष, शुक्ल त्रयोदशी – 02:01 ए दोपहर, 16
मार्गशीर्ष, शुक्ल त्रयोदशी फाइनल – 04:40 ए दोपहर, 17
प्रदोष काल- 05:27 पी एम से 08:11 पी एम
पौष कृष्ण प्रदोष व्रत-
- 31 दिसंबर, 2021, शुक्रवार।
शुक्रवार को श्री प्रदोष व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाता है।
पौष, कृष्ण त्रयोदशी – 10:39 ए दोपहर, 31
पौष, कृष्ण त्रयोदशी फाइनल – 07:17 ए, जन 01
प्रदोष काल- 05:35 पी एम से 08:19 पी एम
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प्रदोष व्रत पूजा-विधि
- जल्दबाजी में उठा लें।
- नहाने के बाद साफ कपड़े पहने।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- अगर हम व्रत करते हैं।
- भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें।
- भोलेनाथ को सूचित करें।
- भगवान गणेश की पूजा भी करें। गणेश की पूजा की व्यवस्था किसी भी शुभ कार्य से की जाती है।
- गो शिव को भोग भोजन। इस बात का पूरा-सुखारा अच्छा है।
- गो शिव की आरती करें।
- इस व्यक्ति का अधिक से अधिक ध्यान दें।
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