पुलिस विभाग में कितने पद होते हैं?, और किसके पास कितनी पावर होती हैं?
Police vibhag me kitne pad hote hai

पुलिस विभाग में कितने पद होते हैं? : भारत जैसे बड़े देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक मजबूत और बड़ी पुलिस व्यवस्था बहुत जरूरी होती है। हर राज्य का अपना पुलिस विभाग होता है, जो राज्य सरकार के अधीन काम करता है। पुलिस का मुख्य काम जनता की सुरक्षा करना, अपराध रोकना और कानून का पालन करवाना होता है।
पुलिस विभाग में कई पद होते हैं, और हर पद की अपनी जिम्मेदारी होती है। अगर आप पुलिस में नौकरी करना चाहते हैं, तो ये जानना जरूरी है कि पुलिस विभाग में कितने और कौन-कौन से पद होते हैं।
पुलिस विभाग में पद कैसे बनते हैं? (How Are Posts Created In The Police Department?)

पुलिस विभाग का ढांचा बहुत ही साफ और अनुशासित होता है। सभी पद एक तय किए गए क्रम में होते हैं, जिसे हायरार्की (Hierarchy) कहते हैं। उच्च पदों पर IPS अधिकारी होते हैं जिन्हें UPSC परीक्षा के जरिए चुना जाता है, जबकि निचले और मिड-लेवल पदों पर भर्ती राज्य स्तर की परीक्षाओं से होती है। पुलिस का हर पद एक बड़े सिस्टम का हिस्सा होता है और सब एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
हर राज्य में थोड़े बहुत अंतर हो सकते हैं, लेकिन अधिकतर राज्यों में पुलिस विभाग की रैंकिंग लगभग एक जैसी होती है। नीचे हम विस्तार से बता रहे हैं कि पुलिस विभाग में कितने पद होते हैं और उनकी भूमिका क्या होती है।
पुलिस विभाग में कितने पद होते हैं? (Positions In Police Department)

पुलिस विभाग में पद मुख्य रूप से दो हिस्सों में बंटे होते हैं – गज़टेड ऑफिसर (Gazetted Officers) और नॉन-गज़टेड ऑफिसर (Non-Gazetted Officers)।
गज़टेड ऑफिसर के पद (Gazetted Officer Posts)
इन पदों पर अधिकारी होते हैं जो पॉलिसी और निर्णय (Policies and decisions) लेने का काम करते हैं।
- Director General of Police (DGP) : राज्य पुलिस का सबसे बड़ा पद। पूरे राज्य की पुलिस का प्रमुख होता है।
- Additional Director General of Police (ADGP) : DGP की मदद करता है और अलग-अलग जोन की देखरेख करता है।
- Inspector General of Police (IGP) : एक जोन या बड़े क्षेत्र का प्रमुख होता है।
- Deputy Inspector General of Police (DIG) : IG की सहायता करता है।
- Senior Superintendent of Police (SSP) : जिले का मुख्य अधिकारी होता है, खासतौर पर बड़े जिलों में।
- Superintendent of Police (SP) : सामान्य जिले में पुलिस व्यवस्था की जिम्मेदारी।
- Additional SP (ASP) : SP की सहायता करता है।
- Assistant SP (ASP)/Deputy SP (DSP) : ये पद UPSC या राज्य लोक सेवा आयोग से भरते हैं।
नॉन-गज़टेड ऑफिसर के पद (Non-Gazetted Officer Posts)
ये नॉन-गज़टेड अधिकारी सीधे तौर पर मैदान में काम करते हैं और कानून लागू करवाते हैं।
- Inspector of Police : थाना प्रभारी होता है, केस की जांच करता है।
- Sub-Inspector (SI) : थाना स्तर पर केस दर्ज करता है और प्राथमिक जांच करता है।
- Assistant Sub-Inspector (ASI) : SI की सहायता करता है।
- Head Constable : Constables का नेतृत्व करता है।
- Constable : पुलिस विभाग का सबसे निचला लेकिन सबसे जरूरी पद। इन्हें ही सबसे अधिक काम करना होता है – गश्त, ट्रैफिक नियंत्रण, शिकायत सुनना आदि।
हर पद की जिम्मेदारियां क्या होती हैं? (Responsibilities Of Each Position)

हर पद की अपनी एक भूमिका और जिम्मेदारी होती है। जैसे;
- DGP और ADGP नीतियों पर काम करते हैं और पूरे राज्य के स्तर पर फैसले लेते हैं।
- SP और DSP जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखते हैं और बड़े मामलों की जांच करते हैं।
- SI और ASI सीधे जनता से जुड़े होते हैं और FIR दर्ज करने, पूछताछ, और केस की प्राथमिक जांच करते हैं।
- Constable और Head Constable गश्त करते हैं, ट्रैफिक संभालते हैं और जनता के बीच पुलिस की मौजूदगी बनाए रखते हैं।
पुलिस विभाग में भर्ती कैसे होती है? (Process Of police department recruitment)

भर्ती में चयनित होने के लिए उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा, फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट (PST), फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट (PMT), मेडिकल टेस्ट एवं डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया में शामिल होना होगा। सभी चरणों में सफल उम्मीदवारों को ही अंतिम मेरिट लिस्ट में जगह दी जाएगी।इसकी प्रकार हर पद के लिए अलग भर्ती प्रक्रिया होती है।
- IPS (ASP/DSP और ऊपर के पद) : UPSC सिविल सेवा परीक्षा के जरिए चुने जाते हैं।
- SI और ASI : राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से भर्ती होती है।
- Constable और Head Constable : राज्य पुलिस द्वारा लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा और मेडिकल टेस्ट के बाद चयन होता है।
भविष्य में तरक्की कैसे होती है? (How Will We Progress In The Future)

एक बार पुलिस में भर्ती हो जाने के बाद, अनुभव और परफॉर्मेंस के आधार पर पदोन्नति (Promotion) मिलती है। विभाग कांस्टेबलों के लिए नियमित रूप से पदोन्नति सूची परीक्षा ए और बी आयोजित करता है। उन्हें पास करें (जो कि अधिकांश लोग करते हैं), चार महीने की बुनियादी ट्रेनिंग पूरी करें, और बस, आप हेड कांस्टेबल बन जाते हैं।
अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इंटर-क्लास कोर्स पास करें और आपको असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नत किया जाएगा। उसके बाद, सब-इंस्पेक्टर और फिर इंस्पेक्टर बनने के लिए कई परीक्षाएँ देनी होती हैं।
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निष्कर्ष
अब जब आपने जान लिया कि पुलिस विभाग में कितने पद होते हैं, तो यह भी समझना जरूरी है कि हर पद का एक खास महत्व है। देश की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत और सेवा जरूरी होती है। अगर आप भी पुलिस सेवा में आना चाहते हैं, तो अपने लक्ष्य की तैयारी ईमानदारी से करें और इन पदों की जानकारी जरूर रखें।
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