पत्र कितने प्रकार के होते हैं? | Patra kitne prakar ke hote Hain
पत्रो के कितने प्रकार होते हैं? | patra kitne prakar ke hote hain naam bataiye

नमस्कार दोस्तों, आपने किसी भी व्यक्ति को पत्र तो जरूर लिखा होगा, या फिर आपको इसके बारे में तो यह जानकारी जरूर होगी कि जब किसी व्यक्ति को अन्य व्यक्ति के साथ अपनी बात शेयर करनी होती है तो वह पत्र भी लिखता है। यदि आपको उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है कि पत्र क्या होते हैं, पत्र के कितने प्रकार होते हैं तथा एक अच्छा पत्र कैसे लिखा जाता है, यह सारी जानकारी हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने वाले है।
पत्र क्या है?
पत्र एक संचार का माध्यम है, यदि किसी व्यक्ति को अपनी भावना या फिर अपनी बात को अन्य व्यक्ति के साथ शेयर करना होता है, तो वह व्यक्ति उन बातों को किसी पत्र के माध्यम से उस व्यक्ति तक पहुंचाता है। जिस तरह से हम एक मोबाइल फोन या स्मार्टफोन का इस्तेमाल अपनी बात को किसी व्यक्ति के साथ शेयर करने के लिए करते हैं उसी तरह से पत्र का इस्तेमाल भी इसके लिए किया जाता है।
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है पत्र का इस्तेमाल बहुत ही कम हो गया है, लेकिन पहले के समय में पत्र का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था।
पत्र कितने प्रकार के होते हैं?
पत्र दो प्रकार के होते है, जिनके बारे में आपको नीचे विस्तार से जानकारी दी गई है।
- औपचारिक पत्र
- अनौपचारिक पत्र
औपचारिक पत्र :-
जब हम किसी भी कार्यालय, ऑफिस आदि सबके लिए पत्र लिखते हैं, तो उसे औपचारिक पत्र कहा जाता है।
अनौपचारिक पत्र
जब हम अपने किसी भी संबंधी, मित्र आदि के लिए कोई भी पत्र लिखते हैं, तो उसे अनौपचारिक पत्र कहते हैं।
पत्र लिखने के तरीका

यदि आप एक अच्छा पत्र लिखना चाहते हैं, तो आप निम्न तरीकों की मदद से एक अच्छे से अच्छा पत्र लिख सकते है।
- पता एवं दिनांक:- किसी भी पत्र को लिखने से पहले आपको सबसे पहले उस पत्र के ऊपर अपना पता और उस पत्र को लिखने में वाले दिन की दिनांक को लिखना होता है, किसी भी पत्र की शुरुआत उसके पत्ते तथा दिनांक से ही होती है। अनौपचारिक पत्र तथा औपचारिक पत्र दोनों के लिए यह एक ही तरीके से लिखा जाता है।
- संबोधन एवं अभिवादन:- किसी पत्र में पता एवम् दिनाक लिखने के बाद आपको उसमे संबोधन एवं अभिवादन लिखना होता है, आपको जिसको भी पत्र लिख रहे है, उसको संबोधन करना होता है।
- पत्र का विषय:- किसी भी पत्र में उसका संबोधन एवं अभिवादन लिखने के बाद आपको उसने उस पत्र का विषय लिखना होता है जिसमें आपको बताना होता है कि यह पत्र किसके बारे में लिखा गया है।
- संदेश:- किसी भी पत्र का संदेश का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है, जिसमें आपको अपनी मन की बात या फिर आप जो भी अपने पत्र में बताना चाहते हैं वह लिखना होता है।
- पत्र समाप्ति एवं हस्ताक्षर:- किसी भी पत्र का संदेश लिखने के बाद आपको उस पत्र की समाप्ति करनी होती है जिसमें आपको वहां पर नीचे अपना नाम बता अपने बारे में थोड़ी जानकारी देनी होती है इसके अलावा आपको अपने हस्ताक्षर भी करने होते हैं।
Also Read: Mobile मोबाइल को हिंदी में क्या कहते हैं?
पत्र लिखते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें
यदि आप कोई भी पत्र लिखते हैं, तो आपको अपनी भाषा की शैली अच्छी रखनी होती है, यदि आप हिंदी भाषा में पत्र लिख रहे हैं तो आपको शुद्ध हिंदी भाषा का प्रयोग करना है, वहीं अगर आप अंग्रेजी भाषा में पत्र लिख रहे हैं तो आपको छूता अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करना होगा।
पत्र में आप जो भी बात कहना चाहते हो उसे आसान शब्दों में समझाने की कोशिश करें क्योंकि आप जितना कठिन शब्दों का प्रयोग करते हैं उतनी आपकी पत्र की शैली खराब होती जाती है।
पत्र में अपनी हैंडराइटिंग को हमेशा अच्छी रखें, तो दोस्तों इस तरीके से आप एक अच्छा पत्र लिख सकते हैं।
Also Read: क्रिया के कितने भेद होते हैं?
At Last:
हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताया कि पत्र क्या होता है, आप एक अच्छा पत्र पर किसी प्रकार से लिख सकते हैं, तथा यदि आप एक पत्र लिखते हैं तो आपको उस समय किन किन बातों का ध्यान रखना होता है, यह सारी जानकारी हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से दी है।
हमें पूरी उम्मीद है कि आप हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी तरह समझ आ गई होगी तथा कुछ पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला होगा,यदि दोस्तों आपको यह पोस्ट पसंद आई, तो इसे अपने तमाम दोस्तों को भी शेयर जरूर करें तथा नीचे कमेंट करके हमें अपनी राय जरूर दें।
धन्यवाद
Homepage | Click Hear |