पानी गिला क्यों होता है? : जानिए असली सच्चाई

पानी गिला क्यों होता है? इस प्रश्न का उत्तर दुनिया के 10% लोग ही दें पाते है। लेकिन इसका उत्तर बहुत ही सरल है। आमतौर पर यें क्वेश्चन UPSC के इंटरव्यू में पूछा जाता है, और अधिकतम लोग इसका उतर न देने के कारण अपनी सालो की मेहनत पर पानी फेर लेते है।
पानी का गीला होना इसकी ध्रुवीयता (polarity) पर निर्भर करता है। पानी का गीला होना विज्ञान के H20 सिद्धांत पर काम करता है, जिसका सरल मतलब है कि दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पानी का एक अणु दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु की हाइड्रोजन बॉन्डिंग से बनता है। अर्थात इनमें हाइड्रोजन बॉन्ड पाए जाते हैं। और हाइड्रोजन बॉन्ड पाए जाने के कारण यह सतह पर फैले रहते हैं। जिस कारण से पानी हमें गीला महसूस होता है।
पानी गिला क्यों होता है? (paani gila kyu hota hai)
जैसा कि हमने आपको बताया कि पानी के एक अणु में दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु पाए जाते हैं। जो सतह पर फैलने की प्रवृत्ति रखते हैं और जब पानी किसी भी सतह पर आता है तो उसके अणु फैल जाते हैं।
और अपनी सतह से हाइड्रोजन बांड बना लेता है, जिस कारण से पानी की प्रकृति गीली लगती है, और पानी को गीला बनाने में सतह तनाव का भी रोल होता है। अपने इन्हीं विशेषताओं के कारण पानी सभी पदार्थों से अलग है। और इसी फिलासफी और सिद्धांत के चलते पानी गीला महसूस होता है और हमेशा गीला रहता है।
पानी के गुन और उसके विवरण (Properties of ater)
गुण | विवरण |
---|---|
नाम | पानी |
रासायनिक सूत्र | H₂O |
अणुभार | 18.015 ग्राम/मोल |
घनत्व | 997 kg/m³ |
अवस्था (कमरे के तापमान पर) | द्रव (Liquid) |
पानी कभी सूखा हुआ क्यों नहीं होता?

पानी के नहीं सूखने (pani geela kyun hota hai) के पीछे विज्ञान का सिद्धांत है। पानी कभी सूखा क्यों नहीं होता? इसका उत्तर बेहद आसान है। पानी की अवस्था तरल होती है और तरल अवस्था में पानी के अणु फैलने की प्रवृत्ति रखते हैं जैसा कि हमने आपके ऊपर भी बताया है।
अपनी हर एक सतह से हाइड्रोजन बांड बना लेता है जिस कारण से पानी गीला रहता है, अर्थात कभी सूखा हुआ नहीं रहता। लेकिन पानी के तापमान में परिवर्तन करने पर यह अपनी अवस्था को बदल देता है अर्थात ठोस या गैस अवस्था में आ जाता है।
पानी दृव अवस्था में क्यों होता है?
पानी के अणुयों में हाइड्रोजन (Hydrogen) बंद होने के कारण यह काफी लचीले होते हैं। व सतह पर फैले रहते हैं इसलिए इसकी व्यवस्था दृव (Liquid) ही रहती है यदि इसके तापमान में परिवर्तन किया जाए तो इसकी अवस्था में चेंज हो जाता है। पानी के अणुओ की गतिशीलता द्रव अवस्था में काफी होती है।
पानी दृव, ठोस व गैस कोनसी अवस्था में रहता है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पानी की कुल तीन अवस्थाएं पाई जाती हैं जो तापमान पर निर्भर करती है :-
- दृव (Liquid) – द्रव अवस्था एक ऐसी अवस्था है जिसमें पानी तरल पर्दाथ के रूप में रहता है।
- ठोस (Solid) – पानी का तापमान जब 0 डिग्री या उससे नीचे चला जाता है तो यह ठोस अवस्था यानी की बर्फ में बदल जाता है।
- गैस (Gas) – जब पानी 100 डिग्री सेल्सियस पर उबल जाता है तो यह गैस अवस्था में होकर उड़ जाता है।
निष्कर्ष
पानी का गीला होना इसके H2O सिद्धांत पर काम करता है। पानी की एक अणु में दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु पाया जाता है। जो पानी की सतह से हाइड्रोजन बंध बनता है। व सतह तनाव को बनाए रखता है। जिस कारण से पानी गीला महसूस होता है। हम आशा करते हैं कि आपका यह डाउट (paani gila kyu hota hai) क्लियर हो गया होगा।
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पानी गीला क्यों होता है?
इसके अणु पानी की सतह पर फैलकर हाइड्रोजन बॉन्ड बना लेते हैं जिस कारण से पानी गीला महसूस होता है।
पानी की कितनी अवस्थाएं हैं?
पानी की कुल तीन अवस्थाएं हैं जो ठोस, दृव व गैस है।
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