
नमस्कार दोस्तो, मूलदाब विज्ञान के विषय का एक काफी महत्वपूर्ण टॉपिक होता है। दोस्तों क्या आप जानते है, कि मूल दाब किसे कहते हैं, मूलदाब कहां उत्पन्न होता है, और मूलदाब की प्रक्रिया क्या होती है। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि मूल दाब किसे कहते हैं, मूलदाब कहां उत्पन्न होता है, और मूलदाब की प्रक्रिया क्या होती है।, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
मूल दाब किसे कहते हैं? | muldab kise kahte hai in hindi
पादपों के जड़ों के द्वारा अवशोषित जल के कारण उत्पन्न हुए द्रव स्थैतिक दाब को को मूल दाब कहा जाता है।
मूल दाब कहां उत्पन्न होता है? | muldab kha utpann hota hai
यदि आपके मन में भी यह सवाल है, कि मूल दाब कहां उत्पन्न होता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि मूल दाब पौधों की जड़ों के अंतर्गत उत्पन्न होता है।
मूलदाब की प्रक्रिया क्या है? | muldab ke prakriya kya hai in hindi
इस प्रयोग के लिए निम्न सामग्री की आवश्यकता होती है गमले में लगा पौधा रबर ट्यूब चाकू सकरी कांच की नली रंगीन जल पेट्रीडिश तेल आदि ।
सर्वप्रथम पूर्व से संचित गमले में लगा पौधा लेकर प्रायः काल तने को 5-8 cm ऊपर से काट देते हैं अब तने के काटे भाग से रबर की नली द्वारा एक कांच की नली जोड़ देते हैं और इतना रंगीन जल डालते हैं की कांच की नली में दिखाई दे अब कांच में 1-2 बूंद तेल डालते हैं जिससे कांच की नली के जल का वाष्पीकरण ना हो , जल की ऊपरी सतह पर कांच पर एक चिन्ह लगा देते हैं इस प्रकार तैयार उपकरण को कुछ घंटों के लिए ठंडी एवं छायादार स्थान पर रख देते हैं समय पूर्ण होने के पश्चात हम देखते हैं कांच की नलिका के अंदर रंगीन जलाने के कारण जल के स्तर में वृद्धि हो जाती है ।
परिणाम – कांच की नली का के जल स्तर में वृद्धि हो जाती है इसका प्रमुख कारण मूल दाब के प्रभाव के कारण कांच की नलिका में जल का प्रवेश होता है ।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि मूल दाब किसे कहते हैं, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत मुलदाब से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि मूल दाब किसे कहते हैं, मूलदाब कहां उत्पन्न होता है, और मूलदाब की प्रक्रिया क्या होती है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं
FAQ
जड़ दाब का अर्थ क्या है?
जड़ दबाव, पौधों में, वह बल है जो जल-संचालन वाहिकाओं (जाइलम) में द्रव को ऊपर की ओर ले जाने में मदद करता है। यह मुख्य रूप से जड़ों की कोशिकाओं में आसमाटिक दबाव से उत्पन्न होता है और जब तना जमीन के ठीक ऊपर काटा जाता है तो द्रव के उत्सर्जन द्वारा प्रदर्शित किया जा सकता है।
दाब कितने प्रकार के होते हैं?
दबाव को तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है, वे हैं: निरपेक्ष दबाव। गेज दबाव। अंतर दबाव।