महात्मा गांधी की पालतू बकरी का नाम क्या था?
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नमस्कार दोस्तों, महात्मा गांधी का हमारे देश की आजादी के अंतर्गत एक अपनी महत्वपूर्ण योगदान था, तथा उनको भारत के राष्ट्रपिता की भी संख्या दी गई है। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि महात्मा गांधी की पालतू बकरी का क्या नाम था, (mahatma gandhi ki paltu bakri ka naam kya tha) यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
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महात्मा गांधी जी कौन थे? | Mahatma Gandhi kon tha?
दोस्तो महात्मा गांधी जी का नाम भारत के इतिहास के सबसे महान व्यक्तियों की सूची के अंतर्गत आता है। जिनका भारत की राजनीति तथा भारत की आजादी के अंतर्गत काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। महात्मा गांधी जी ने अपना पूरा जीवन इस भारत देश तथा इस भारत देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया था। महात्मा गांधी जी हमेशा शांत स्वभाव के व्यक्ति रहे हैं, जिन्होंने अहिंसा को अपना धर्म बताया है। इसके अलावा महात्मा गांधी जी पूरे जीवन भर अहिंसा के मार्ग पर चले हैं, और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत रही है।
महात्मा गांधी जी ने अनेक राष्ट्रीय आंदोलनों की शुरुआत की थी, इसके अलावा अनेक राष्ट्रीय आंदोलनों के अंतर्गत उन्होंने हिस्सा दिया था। और इन्हीं आंदोलनों की वजह से अंग्रेज काफी मजबूर हो गए थे, तथा अंत में उन्हें यह देश छोड़कर जाना पड़ा था।
महात्मा गांधी की पालतू बकरी का नाम क्या था? (mahatma gandhi ki paltu bakri ka naam kya tha)
दोस्तो अक्सर कई अलग-अलग कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि महात्मा गांधी के पालतू बकरी का क्या नाम था, और बहुत लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि महात्मा गांधी की पालतू बकरी का नाम “निर्मला” था। अर्थात महात्मा गांधी जिस बकरी का पालन पोषण करते थे, तथा जो उनकी पालतू बकरी थी, उसका नाम निर्मला था।
महात्मा गांधी ने बकरी का दूध क्यूं पीना शुरू किया?
शुरुआत में महात्मा गांधी मांसाहारी भोजन करते थे लेकिन बाद में उन्होंने शाकाहारी जीवन अपना लिया। अब उन्हें जानवरों के प्रति कोई क्रूरता पसंद नहीं थी और इसीलिए उन्होंने दूध और उससे बने उत्पादों का सेवन भी बंद कर दिया। लेकिन जब उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हुई तो डॉक्टर ने उन्हें दूध पीने की सलाह दी। फिर भी वह कस्तूरबा बाई के कहने पर बकरी का दूध पीने लगा।
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आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि महात्मा गांधी की पालतू बकरी का क्या नाम था, (mahatma gandhi ki paltu bakri ka naam kya tha)हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत महात्मा गांधी जी से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेर की है जैसे कि महात्मा गांधी जी कौन थे, महात्मा गांधी जी का भारत के इतिहास तथा भारत की आजादी के अंतर्गत क्या क्या योगदान है, इसके अलावा महात्मा गांधी जी की पालतू बकरी का क्या नाम था।
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FAQ
गांधीजी किसका दूध पीता था?
लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब डॉक्टरों ने उन्हें बापू के स्वास्थ्य के लिए दूध का सेवन करने की सलाह दी तो उन्होंने बकरी का दूध और बादाम का दूध पीना शुरू कर दिया।
सबसे ज्यादा बच्चे देने वाली बकरी कौन सी है?
यदि कोई व्यावसायिक रूप से बकरी पालन शुरू करना चाहता है तो बरबरी बकरी सबसे अच्छी नस्ल है। जमुनापारी नस्ल 22 से 23 महीने में, सिरोही 18 महीने में गर्भवती हो जाती है, जबकि बरबरी 11 महीने में जन्म देने के लिए तैयार हो जाती है। यह साल में दो बार दो से तीन बच्चे दे सकता है।
महात्मा गांधी का पहला आंदोलन कौन सा था?
1917 में गांधीजी के नेतृत्व में बिहार के चंपारण जिले में एक सत्याग्रह हुआ। इसे चंपारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है। गांधी जी के नेतृत्व में भारत में यह पहला सत्याग्रह था।
महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु का नाम क्या था?
गोपाल कृष्ण गोखले, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी थे, एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ एक अनुभवी राजनीतिज्ञ भी थे। उन्होंने गांधीजी को देश के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे।
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