मातृ शिक्षक संघ क्या है? स्वरूप, क्रिया विधि, और सुझाव
मातृ शिक्षक संघ किसे कहते हैं? | What is Mother Teachers Association?
नमस्कार दोस्तो, आपने अक्सर अपने जीवन के अंतर्गत मातृ शिक्षक संघ के बारे में तो जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि मातृ शिक्षक संघ क्या है इसका क्या कार्य होता है। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं, कि मातृ शिक्षक संघ क्या है, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
मातृ शिक्षक संघ क्या है?
यदि बात की जाए कि मात्र शिक्षक संघ किया है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि मात्र शिक्षक संघ माताओं तथा शिक्षकों का एक अनौपचारिक संगठन है, जो इनका कार्य किसी भी स्कूल के अंतर्गत एक बेहतर शिक्षा प्रणाली को अपनाना होता है।
मातृ शिक्षक संघ का स्वरूप
अगर इसके स्वरूप की बात की जाए तो मात्र शिक्षक संघ के स्वरूप के अंतर्गत संघ के सदस्य माताओं में योग्यता एवं क्षमता के अनुसार उनको सम्मानित किया जाता है, इसके पीछे का मुख्य कारण यह है, कि व्यक्ति को सम्मानित करने से उसकी कार्यक्षमता के अंतर्गत काफी वृद्धि होती है तथा वह कार्य काफी अच्छी तरीके से करता है। तो इस तरीके से मातृ शिक्षक संघ कैसे ग्रुप होता है तथा इसके अंतर्गत प्रत्येक सदस्य अपने दायित्व के अंतर्गत रहकर कार्य करता है :-
माता शिक्षक संघ की क्रिया विधि
दोस्तों मातृ शिक्षक संघ की क्रियाविधि निम्न है:-
- माता शिक्षक संघ का प्रमुख कार्य बालिकाओं को विद्यालय में नामांकन के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे बालिकाओं की शिक्षा में सुधार सम्भव हो सके।
- बैठक में प्रत्येक सदस्य को अपने परिवेश की समस्याओं की भी चर्चा करनी चाहिए क्योंकि यह प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से शैक्षिक समस्या के अन्तर्गत ही आती है।
- विद्यालय की प्रत्येक गतिविधि से संघ के सदस्यों को अवगत कराना चाहिए तथा बालिकाओं के लिए उपलब्ध शैक्षिक सुविधाओं की जानकारी देनी चाहिए, इससे ग्राम की सभी
महिलाएँ लाभान्वित होंगी
- बालिकाओं के विद्यालय में नामांकन के मार्ग में एवं ठहराव के मार्ग में आने वाली बाधाओं पर विचार करना तथा आवश्यक समाधान प्रस्तुत करना इस संघ का प्रमुख कार्य है।
- बालिकाओं के शैक्षिक एवं सामाजिक उन्नयन से सम्बन्धित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए महिलाओं की सहभागिता प्राप्त करनी चाहिए।
- बालिकाओं से अर्थोपार्जन एवं गृह सम्बन्धी कार्य विद्यालय समय के अन्तर्गत न लेने का सुझाव सदस्यों को दिया जाय, जिसका प्रचार वह अन्य सदस्यों एवं ग्रामीणों में कर सके।
- बालिकाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु उनको बालकों के समान सुविधाएँ प्रदान करने के लिए संघ की महिला सदस्य ग्राम की प्रत्येक महिला को प्रोत्साहित करें।
- बालिकाओं की शिक्षा के प्रति उदासीनता की भावना को समाप्त करने के लिए महिला को प्रोत्साहित करना चाहिए, जिससे किसी भी बालिका को शिक्षा प्राप्त करने में असुविधा न हो।
- महिला की आवश्यकता एवं उपयोगिता को समाज के प्रत्येक वर्ग को परिचित कराया जाय क्योंकि एक शिक्षित बालिका एक परिवार को शिक्षित करती है।
मात्र शिक्षक संघ की उन्नति के लिए कुछ सुझाव
- संघ की बैठक प्रत्येक माह अनिवार्य रूप से होनी चाहिए तथा विद्यालय की ज्वलन्त समस्या के ऊपर विचार होना चाहिए।
- संघ में प्रत्येक वर्ग की महिलाओं को स्थान मिलना चाहिए, जिससे शैक्षिक नीतियों का प्रचार एवं प्रसार प्रत्येक परिवार तक हो।
- उत्साही एवं कर्मठ महिला सदस्यों को प्रशस्ति पत्र प्रदान करना चाहिए, जिससे वे और अधिक सहयोग करें तथा अन्य महिला सदस्य उनसे प्रेरणा प्राप्त करें।
- महिला सदस्यों की प्रत्येक जिज्ञासा को शान्त करने के लिए अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा प्रयास करने चाहिए।
- संघ की बैठकों में व्यक्तिगत समस्याओं की अपेक्षा सार्वजनिक समस्याओं को अधिक स्थान प्राप्त होना चाहिए।
- संघ में शैक्षिक समस्याओं के साथ-साथ सामाजिक समस्याओं पर भी विचार होना चाहिए क्योंकि सामाजिक समस्याएँ भी शिक्षा से सम्बन्धित होती हैं।
- संघ मे प्रत्येक महिला सदस्य को उत्तरदायित्व प्रदान करना चाहिए, जिससे वह अपनी योग्यता एवं दक्षता का प्रदर्शन कर सके।
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निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि माता शिक्षक संघ क्या है, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।
FAQ
अभिभावक शिक्षक संघ में कितने सदस्य होते हैं?
विद्यालय के सभी वर्गों के अनुपात में अभिभावकों की सामान्य सभा द्वारा मनोनीत 15 प्रतिनिधि, जिनका महिला-पुरुष अनुपात छात्र-छात्र अनुपात के अनुपात में होगा। पांच शिक्षक प्रतिनिधि (प्रिंसिपल द्वारा नामित कम से कम दो महिला कर्मचारी)।
माता-पिता शिक्षक संघ के कार्य क्या हैं?
पीटीए का मतलब पेरेंट टीचर एसोसिएशन है, जो एक स्कूल-आधारित संगठन है, जिसका मिशन स्कूल को बच्चों के सीखने के लिए एक बेहतर जगह बनाना है। छात्रों के माता-पिता शिक्षकों के साथ कक्षाओं में स्वयंसेवा करने, स्कूल की आपूर्ति के लिए धन जुटाने और आम तौर पर स्कूल के प्रयासों का समर्थन करने के लिए काम करते हैं।
शिक्षक की पहचान क्या है?
एक अच्छे शिक्षक के महत्वपूर्ण गुणों में से एक उसकी समयबद्धता है। उसे समय पर स्कूल जाना चाहिए, प्रार्थना सभा में उपस्थित होना चाहिए और अवधि शुरू होते ही कक्षा में जाना चाहिए और अवधि समाप्त होने से पहले कक्षा छोड़ देनी चाहिए। यदि शिक्षक समय का पाबंद नहीं है तो उसके छात्र भी समय के पाबंद नहीं हो सकते।
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