कलयुग का अंत कैसे होगा, क्या होगा दुनिया का नया स्वरूप?

मानव सभ्यता के विभिन्न युगों में, कलयुग को संघर्ष, लोभ, और अधर्म का प्रतीक माना गया है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में इसके अंत की भविष्यवाणी की गई है, जो धर्म और सत्य की पुनर्स्थापना का समय होगा। इस ब्लॉग में, हम विस्तार से जानेंगे, कलयुग का अंत कैसे होगा (Kalyug ka Ant Kaise Hoga) और कब, इसके चरण, और इसके बाद कौन सा युग आएगा।
कलयुग का अंत कैसे होगा? (Kalyug ka Ant Kaise Hoga)
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कलयुग का अंत एक विध्वंसकारी घटना के साथ होगा। यह एक महायुद्ध या प्राकृतिक आपदा हो सकती है, जिसके बाद अधर्म का विनाश और धर्म की पुनर्स्थापना होगी।
माना जाता है कि भगवान विष्णु का दसवां अवतार ‘कल्कि’ (Kalki) कलयुग के अंत में प्रकट होंगे, जो अधर्म का नाश करेंगे और सत्ययुग की शुरुआत करेंगे।
कलयुग कब शुरू हुआ और कब खत्म होगा?

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कलयुग का आरंभ महाभारत युद्ध के बाद, भगवान श्रीकृष्ण के पृथ्वी छोड़ने के समय से हुआ था, जो 3102 ईसा पूर्व का समय माना जाता है। इसके समाप्ति की भविष्यवाणी 4,32,000 वर्षों के बाद की गई है। इसका मतलब है कि कलयुग अभी भी जारी है और इसका अंत अभी हजारों साल दूर है।
कलयुग के कितने चरण हैं? (Kalyug ke Kitne Charan Hai)
कलयुग को आम तौर पर चार प्रमुख चरणों में विभाजित किया गया है:
- प्रारंभिक कलयुग: इसमें धर्म धीरे-धीरे घटता है और अधर्म की वृद्धि होती है।
- मध्यम कलयुग: यहाँ लोभ, अहंकार और असत्य तेजी से बढ़ते हैं।
- घोर कलयुग: इसमें मनुष्य सभी नैतिक मूल्यों को खो देता है और समाज में अराजकता फैलती है।
- कलयुग का अंत: इसमें प्राकृतिक आपदाएँ, युद्ध और विनाश का दौर शुरू होता है।
घोर कलयुग कब आएगा?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कलयुग का अंतिम चरण ‘घोर कलयुग‘ तब आएगा जब अधर्म अपने चरम पर पहुँच जाएगा। यह समय होगा जब इंसान नैतिकता को पूरी तरह से त्याग देगा, और समाज में केवल अन्याय, भ्रष्टाचार, और स्वार्थ का बोलबाला होगा। इसके बाद भगवान कल्कि का अवतार होगा, जो कलयुग का अंत करेंगे।
कलयुग स्त्री
कलयुग में स्त्री व्यभिचारिणी हो जाएगी, बाल खुला करके घूमेगी, छोटे वस्त्र पहनेगी, अपने जिस्म का नुमाइश करेगी। कोई भी उसका सम्मान नहीं करेगा, वह असुरक्षित हो जाएगी।
कलयुग की 10 बातें
- लोभ और स्वार्थ में वृद्धि।
- धर्म और सत्य का नाश।
- प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ोतरी।
- राजनीति में भ्रष्टाचार।
- पारिवारिक संबंधों में विघटन।
- नैतिकता का पतन।
- स्त्रियों की स्थिति में गिरावट।
- असंतोष और अविश्वास।
- शांति और समृद्धि का अभाव।
- समाज में अधर्म का बोलबाला।
कलयुग का अंत कौन करेगा? (Kalyug ka Ant Kaun Karega)

शास्त्रों में बताया गया है, कलयुग का अंत भगवान विष्णु के दसवें अवतार ‘कल्कि‘ द्वारा किया जाएगा। कल्कि एक सफेद घोड़े पर सवार होकर पृथ्वी पर आएंगे और अधर्म को नष्ट करेंगे। उनका उद्देश्य दुनिया को अधर्म से मुक्त कर धर्म और सत्य की पुनर्स्थापना करना होगा।
कलयुग में मनुष्य की उम्र कितनी है?
कलयुग में मनुष्य की औसत उम्र धीरे-धीरे घटती जाती है। शास्त्रों के अनुसार, प्रारंभिक कलयुग में मनुष्य की आयु लगभग 100 वर्ष होती थी, लेकिन वर्तमान समय में यह औसत 60-70 वर्ष के बीच हो गई है, और आगे चलकर यह और भी कम होती जाएगी। फिर एक समय आएगा जब मनुष्य की आयु 12 वर्ष रह जाएगी।
कलयुग के बाद कौन सा युग आएगा?

कलयुग के बाद सतयुग (Satyug) का आगमन होगा, जिसे सत्य, धर्म, और शांति का युग कहा जाता है। सतयुग में लोग सत्य के मार्ग पर चलेंगे, नैतिकता और सदाचार का पालन करेंगे, और जीवन में शांति और समृद्धि का अनुभव करेंगे।
निष्कर्ष
इस लेख में आपने जाना, कलयुग का अंत कैसे होगा (Kalyug ka Ant Kaise Hoga)। कलयुग एक ऐसा युग है जिसमें अधर्म और असत्य का बोलबाला है, लेकिन इसका अंत निश्चित है। भगवान कल्कि का अवतार इसके अंत का प्रतीक होगा, और इसके बाद फिर से एक नए युग की शुरुआत होगी। सत्ययुग, धर्म और सत्य के पुनर्स्थापन का समय होगा, जिससे विश्व में शांति और समृद्धि लौटेगी।
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कलयुग में नैतिकता क्यों घट रही है?
कलयुग में लोभ, स्वार्थ, और अधर्म की वृद्धि के कारण नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है।
कलयुग में भगवान की पूजा का क्या महत्व है?
कलयुग में भगवान की पूजा और भक्ति का महत्व और भी बढ़ गया है। माना जाता है कि इस युग में भक्ति के माध्यम से ही मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।
क्या कलयुग में पाप की सजा तुरंत मिलती है?
कलयुग में पाप और पुण्य का फल तुरंत नहीं मिलता, बल्कि कर्मों का असर दीर्घकालिक होता है। ऐसा माना जाता है कि कर्मों का हिसाब अगले जीवन में होता है।
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