जगन्नाथ पुरी जाने से पहले जान लें ये बातें | Jagannath yatra
नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि भारत देश के अंतर्गत हमें अलग-अलग प्रकार के तीर्थ स्थल तथा दार्शनिक स्थल देखने को मिल जाते हैं, तथा उन्हीं के सूची के अंतर्गत जगन्नाथ मंदिर का नाम भी आता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए। यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं, की जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए (jagannath puri kab jana chahie)। और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।
जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए?
जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं, कि जगन्नाथपुरी भारत के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल तथा दार्शनिक स्थल की सूची के अंतर्गत आता है, जो भारत के उड़ीसा राज्य के अंतर्गत स्थित है। वहीं अगर बात की जाए कि जगन्नाथपुरी जाने के लिए सही समय कौन सा होता है, तथा किस समय हमें जगन्नाथपुरी जाना चाहिए, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूंगी, अक्टूबर के महीने से लेकर फरवरी के महीने तक जगन्नाथपुरी जाने का सबसे अच्छा समय माना जाता है, तथा इसी समय अधिक से अधिक लोग जगन्नाथपुरी जाना पसंद करते हैं।
तो यदि आप जगन्नाथपुरी घूमने के लिए कोई एक अच्छी सीजन की तलाश कर रहे हैं या फिर एक अच्छे समय की तलाश कर रहे हैं तो अक्टूबर से लेकर फरवरी के बीच का समय आपके लिए सबसे अच्छा समय हो सकता है।
जगन्नाथ पुरी किस तरह से जाया जा सकता है?
दोस्तों यदि आप जगन्नाथपुरी जाना चाहते हैं, तो आप किसी भी माध्यम से वहां पहुंच सकते हैं, जिसके लिए आप ट्रेन, हवाई जहाज तथा बस के माध्यम से आसानी से जगन्नाथपुरी पहुंच सकते हैं, आपको भरपूर मात्रा में ट्रेन, एरोप्लेन तथा बस देखने को मिल जाती है, जिनके माध्यम से आप जगन्नाथपुरी पहुंच सकते हैं।
जगन्नाथ पुरी के मंदिर से जुड़ी प्रमुख बातें
जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं, कि जगन्नाथपुरी का नाम भारत के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची के अंतर्गत आता है, तथा यह काफी बड़ा धार्मिक स्थल भी है, जहां पर भगवान विष्णु का मंदिर है, तो यहां पर हमने आपके साथ जगन्नाथ पुरी से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें शेयर की है जिनके बारे में आपका जानना आवश्यक है :-
- मंदिर का महत्व: जगन्नाथ पुरी का मंदिर भारत के एक प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर विष्णु के एक अवतार, जगन्नाथ महाप्रभु को समर्पित है।
- रथ यात्रा: जगन्नाथ पुरी मंदिर की सबसे प्रसिद्ध और चर्चित यात्रा है रथ यात्रा। इसे हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के द्वादशी तिथि को आयोजित किया जाता है।
- प्राचीनता: जगन्नाथ पुरी मंदिर को एक प्राचीन स्थान माना जाता है, जिसकी उत्पत्ति विश्व कल्याणकारी योगेश्वर श्रीकृष्ण के अवतार से जुड़ी मान्यता से हुई है।
- प्रसाद: जगन्नाथ पुरी मंदिर का प्रसाद प्रसिद्ध है और बड़ी संख्या में भक्तों द्वारा खाया जाता है। राजभोग, खाजा, नगीनी लड्डू, खीर संग अन्य प्रकार के प्रसाद जगन्नाथ मंदिर में प्राप्त किए जा सकते हैं।
- चरण यात्रा: चरण यात्रा जगन्नाथ पुरी मंदिर का एक अन्य प्रमुख आयोजन है, जो रथ यात्रा से पहले होती है। इसमें मंदिर के मुख्य द्वार से प्रस्थान करके देवी सुभद्रा, देवी बलभद्र और भगवान जगन्नाथ के पावन चरणों की यात्रा होती है। यह यात्रा आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को होती है।
- महाप्रसाद: जगन्नाथ पुरी मंदिर का महाप्रसाद अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह भोजन भक्तों को विनियमित रूप से खिलाया जाता है और इसे चपटाना कहा जाता है। यह मंदिर के प्रसाद का एक महत्वपूर्ण भाग है और लाखों भक्तों को दिए जाते हैं।
- महाप्रभु: जगन्नाथ पुरी का मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है, जिन्हें महाप्रभु भी कहा जाता है। वे विष्णु भगवान के एक अवतार माने जाते हैं और इसलिए उन्हें भी जगतपति कहा जाता है।
- मंदिर की स्थापना: जगन्नाथ पुरी मंदिर की स्थापना 12वीं शताब्दी में भगवान जगन्नाथ के भक्त और कवि आदि शंकराचार्य द्वारा की गई थी।
तो दोस्तों यह जगनाथ पुरी से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं, जिनके बारे में आपका जानना आवश्यक है, तथा यह आपके लिए यह काफी अच्छा पर्यटक स्थल तथा तीर्थ स्थल हो सकता है, तो ऐसे में आप कभी भी जगनाथ पुरी घूमने का प्लान बना सकते हैं।
वही अगर आप जगनाथ पुरी घूमने के अच्छे समय की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए अक्टूबर से लेकर फरवरी का महीना काफी अच्छा साबित हो सकता है।
जगन्नाथ पुरी में घूमने की जगह
- कोणार्क मंदिर (सूर्य मंदिर)
- लिंगराज मंदिर
- चंद्रभागा बीच Sea Beach
- नंदनकानन चिड़ियाघर
- चिल्का झील
जगन्नाथ मंदिर को विजिट करने में कुल कितना खर्च होगा (Jagannath Temple Budget In Hindi)
अगर आप जगन्नाथ मंदिर के साथ-साथ ऊपर बताए गए सभी स्थानों पर जाते हैं तो आपको लगभग तीन दिनों का टूर प्लान करना होगा और इन तीन दिनों में आपका कुल खर्च ₹3500-4500 हो जाएगा।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना, कि जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए (jagannath puri jane ka sahi samay kya hai), आपके लिए कौन सा सबसे अच्छा समय हो सकता है, जगन्नाथपुरी किस तरह से जाया जा सकता है तथा जगन्नाथपुरी से जुड़ी महत्वपूर्ण क्या बातें हैं, जो एक पर्यटक को अपनी और आकर्षित करती है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
जगन्नाथ पुरी दर्शन का समय क्या है?
पुरी में इस वर्ष 20 जून 2023 को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा उत्सव मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि 19 जून 2023 को प्रातः 11:25 बजे से प्रारंभ होकर 20 जून 2023 को दोपहर 01:07 बजे तक रहेगी।
रथ यात्रा किस माह में निकलती है?
रथ यात्रा जून के माह में निकले गा।
रथयात्रा महोत्सव का आयोजन कहाँ होता है?
रथ यात्रा या रथ यात्रा या रथ महोत्सव भारत के ओडिशा राज्य के पुरी में आयोजित एक हिंदू त्योहार है।
जगन्नाथपुरी के पट कब बंद होते हैं?
हर साल भगवान जगन्नाथ मंदिर के कपाट सिर्फ 15 दिनों के लिए बंद रहते हैं। लेकिन इस साल मलमास के कारण मंदिर के कपाट 45 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
जगन्नाथ पुरी में दर्शन करने में कितना समय लगता है?
यदि आप पूर्ण दर्शन करना पसंद करते हैं, तो इसमें लगभग 1.5-2 घंटे का समय लगेगा। सबसे अच्छा समय सुबह 7:00 बजे या उससे पहले आना और दर्शन के लिए टिकट लेना होगा। टिकटों का वितरण सुबह 7:00 बजे शुरू होता है और 7:20-7:25 तक समाप्त होता है।
पुरी स्टेशन से जगन्नाथ मंदिर कितनी दूरी पर है?
पुरी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन से जगन्नाथ पुरी मंदिर की दूरी 3 किमी है।
Homepage | Click Hear |