सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी?
sarvpratham press ki sthapna kis desh mein hui
नमस्कार दोस्तो, किसी भी देश के अंतर्गत प्रेस काफी ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है। एक आम व्यक्ति तक पूरी दुनिया भर की तथा पूरे देश भर की अलग-अलग खबरें प्रेस के द्वारा ही पहुंचाई जाती है, हालांकि आज इंटरनेट के समय इनके अलावा और भी कई विकल्प मौजूद है, लेकिन आज भी प्रेस के द्वारा ही पूरी दुनिया भर के अंतर्गत खबरों को पहुंचाया जाता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी। (sarvpratham press ki sthapna kis desh mein hui), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी, (sarvpratham press ki sthapna kis desh mein hui), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी? (sarvpratham press ki sthapna kis desh mein hui)
दोस्तों अक्सर कई कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी, तथा बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इस विषय के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना “जर्मनी” के अंतर्गत की गई थी, तथा इसकी स्थापना जोहान गुटेनबर्ग के द्वारा की गई थी।
भारत में पहली प्रिंटिंग प्रेस कब लगी गई? (bharat mein pahli printing press kab lagai gai)
1684 में, ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की। लेकिन भारत का पहला अखबार निकालने का श्रेय भी जेम्स ऑगस्टस हिक्की नाम के एक अंग्रेज को जाता है, जिसने साल 1780 में ‘बंगाल गजट’ प्रकाशित किया था। यानी भारत में अखबारों का इतिहास 232 साल पुराना है।
प्रेस का क्या महत्व होता है?
अगर दोस्तों बात की जाए कि प्रेस का क्या महत्व होता है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि प्रेस का महत्व हमें हर क्षेत्र के अंतर्गत देखने को मिलता है। क्योंकि प्रेस के माध्यम से पूरी दुनिया भर को अलग-अलग खबरों के बारे में जानकारी मिलती है, कि देश के किस जगह पर क्या हो रहा है, तथा इन सभी चीजों के बारे में उनको जानकारी प्रेस के माध्यम से ही मिलती है।
हालांकि आज के समय प्रेस काफी हद तक बदल गई है डिजिटल मीडिया ने पूरी दुनिया भर को काफी ज्यादा चेंज कर दिया है आज के समय अधिकांश लोग डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल ही करते हैं, जिसमें वह अपने मोबाइल का इस्तेमाल करके ही पूरी दुनिया भर की खबरों को कावर कर लेते हैं।
आज भी पूरी दुनिया का एक काफी बड़ा हिस्सा प्रिंटिंग प्रेस को पढ़ना काफी ज्यादा पसंद करता है, क्योंकि यह उनके लिए एक आदत बन गई है, इनके जीवन में इस प्रेस का काफी ज्यादा महत्व है।
Also read:
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई थी, (sarvpratham press ki sthapna kis desh mein hui), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।
FAQ
भारत में पहली प्रिंटिंग प्रेस कब लगाया गया?
भारत का पहला प्रिंटिंग प्रेस 1556 में सेंट पॉल कॉलेज, गोवा में स्थापित किया गया था।
सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना किस देश में हुई?
प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार सबसे पहले जर्मनी के जोहान गुटेनबर्ग ने 1439 में किया था।
भारत में पहला प्रेस कहां स्थापित हुआ था?
उन्होंने गोवा में देश का पहला प्रिंटिंग प्रेस जरूर खोला, लेकिन केवल बाइबिल की प्रतियां छापने के लिए। जब भीमजी पारेख ने 1674-75 में बॉम्बे में अपना प्रिंटिंग प्रेस खोला, तो उनका प्रेस हमारी परंपरा की स्मृति और सामूहिक समझ के प्रसार के लिए एक नए युग की वास्तविक शुरुआत थी।
Homepage | Click Hear |