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धारा 308 में कितने दिन में जमानत होती है?

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हमारे देश में रहने वाली जनता अपना जीवन व्यवस्थित रूप से व्यतीत कर सके इसके लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था जब हमारे देश में संविधान लागू हुआ था तो उसमें 395 धाराएं थी किंतु अब यह धाराएं बढ़कर 470 हो गई है।

इन सभी धाराओं में से कुछ धाराएं सिर्फ मामूली जुर्म के लिए बनाई गई है वहीं कुछ धाराएं हत्या और बलात्कार जैसे संगीन जुर्मो के लिए बनाई गई है ऐसी एक Dhara 308 है जो धारा 307 के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में बनी रहती है।

धारा 308 क्या है? (308 IPC in Hindi)

अगर आप यह सोच रहे हैं कि 308 Dhara kya hai तो यह धारा एक ऐसी धारा है जब किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा कार्य किया जाए जिससे किसी दूसरे व्यक्ति की मृत्यु होने की संभावना हो तब इस धारा का प्रयोग किया जाता है।

धारा 308 में कितने दिन में जमानत होती है?

धारा 308

अपराधी की जमानत का निर्धारण उसके द्वारा कोर्ट में पेश होने पर उसके द्वारा कोर्ट में पेश किए गए सबूत में होने वाले दावे सही हैं या नहीं और उसके द्वारा चुने गए वकील का कैस पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है या सकारात्मक, इससे भी उसकी जमानत पर गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।

धारा 308 में क्या सजा होती है? (IPC 308 Punishment)

IPC 308 Punishment का समय इस बात पर निर्धारित होता है कि अपराधी के द्वारा जिस व्यक्ति पर पर हमला किया है वो हमला सोची समझी साजिश के तौर पर किया गया है या गुस्से में आकर मे आकर किया गया है। अगर अपराधी के द्वारा किया गया अपराध गुस्से में आकर किया गया है।

तो उसे सिर्फ 3 साल का कारावास या जुर्माना देना पड़ता है वहीं अगर अपराधी के द्वारा जिस व्यक्ति पर हमला किया गया है हल्की-फुल्की चोट आई हो या जानबूझकर नहीं किया गया होता है तो उसे व्यक्ति को 7 साल का कारावास या फिर निर्धारित किए हुए जमाने का भुगतान करना होता है।

धारा 308 से बचाव कैसे करें?

धारा 308 में जमानत

धारा 308 से बचने के लिए आपको किसी भी दूसरे व्यक्ति के द्वारा लड़ाई के लिए उकसाने पर उससे बचना चाहिए इसके अलावा अगर आपकी किसी से बहस हो रही है तो उसे बहस को बिना हाता पाई के खत्म करने की कोशिश करें।

धारा 307 और 308 में क्या अंतर है?

अगर किसी व्यक्ति के द्वारा दूसरे व्यक्ति की हत्या की कोशिश की जाती है तो उस व्यक्ति के ऊपर धारा 307 का मुकदमा दर्ज होता है वही किसी व्यक्ति के द्वारा किसी व्यक्ति को बिना किसी इरादे के मारने की कोशिश की जाती है तो उस व्यक्ति पर धारा 308 के तहत कार्रवाई की जाती है।

निष्कर्ष

हमने अपनी इस लेख में धारा 308 क्या है, धारा 308 में कितने दिन में जमानत होती है, धारा 308 में क्या सजा होती है, धारा 307 और 308 में क्या अंतर है जैसे अनेक सवालों का उत्तर देने का प्रयास किया है अगर आपको इस लेख में प्रदान की गई जानकारी सही लगे तो इसे अपने मित्रों के साथ अवश्य साझा करें।

धारा 308 कब लगती है?

बिना किसी इरादे के किसी की हत्या का प्रयास करने पर धारा 308 लगती है। 

धारा 308 में गिरफ्तारी कब होती है?

किसी व्यक्ति के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति पर बिना किसी इरादे के हत्या का आरोप लगाने पर 308 के तहत गिरफ्तारी होती है।

सिर की हड्डी टूटने पर कौन सी धारा लगती है?

सर की हड्डी टूटने पर भी धारा 308 ही लगती है।

धारा 307 में कितने दिन में जमानत होती है?

धारा 307 में व्यक्ति के द्वारा किए गए अपराध के अनुसार जमानत का निर्धारण किया जाता है।

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Vivek Roy

मेरा नाम विवेक कुमार हैं, मैं बिहार राज्य का रहने वाला हूं। मुझे पढ़ाई के साथ साथ ब्लॉगिंग और कंटेंट राइटिंग करने में भी काफ़ी दलचस्पी हैं, इसलिए आप सभी के लिए मैं Newssow.com प्लेटफार्म के जरीये बेहतरीन और अच्छे अच्छे आर्टिकल लेकर आता हूं।

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