दांडी किस राज्य में स्थित है? | Dandi kis rajya mein sthit hai

नमस्कार दोस्तों, यदि आप इतिहास पढ़ने के अंतर्गत रुचि रखते हैं या फिर आपने भारत का इतिहास या फिर महात्मा गांधी का इतिहास पढ़ा है तो आपने दांडी जगह के बारे में तो जरूर सुना होगा, दांडी जगह का जिक्र इतिहास के अंतर्गत काफी वार किया गया है तथा वर्तमान समय में भी इसका जिक्र काफी वार किया जाता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि दांडी किस राज्य में स्थित है, (dandi kis rajya mein sthit hai), यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं, कि दांडी किस राज्य में स्थित है, (dandi kis rajya mein sthit hai), और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।
दांडी किस राज्य में स्थित है? (dandi kis rajya mein sthit hai)
दोस्तो अक्सर कई अलग-अलग प्रकार की कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि दांडी भारत के किस राज्य के अंतर्गत स्थित है, या फिर दांडी किस राज्य के अंतर्गत स्थित है तो इसी में बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती यदि आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं, कि दांडी “गुजरात राज्य” के अंतर्गत स्थित है।
दांडी भारत के गुजरात राज्य के नवसारी जिले के अंतर्गत स्थित एक गांव है, जिसका जिक्र इतिहास के अंतर्गत काफी बार किया जा चुका है।
दांडी का इतिहास क्या रहा है?

यदि दोस्तों आप ने भारत की आजादी का इतिहास पड़ा है, या फिर भारत की आजादी के अंतर्गत महात्मा गांधी जी के द्वारा किए गए, अलग-अलग प्रकार के आंदोलन के बारे में पढ़ा है, तो आपने कहीं पर तो दांडी जगह के बारे में जरूर सुना होगा।
यदि फिर भी आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि महात्मा गांधी जी के द्वारा दांडी यात्रा का आयोजन किया गया था, जिसके अंतर्गत व अंग्रेजों का विरोध कर रहे थे।
इस यात्रा की शुरुआत महात्मा गांधी जी के द्वारा 12 मार्च को साबरमती आश्रम दांडी से शुरू की गई थी, जिसमें 6:30 बजे महात्मा गांधी जी ने लगभग 79 साथियों के साथ इस यात्रा को प्रारंभ किया था, जिसको दांडी मार्च का नाम दिया गया था। इसको दांडी मार्च देने के पीछे का प्रमुख कारण यह था, कि क्योंकि यह दांडी से शुरू हुई थी, तथा इसको 12 मार्च को शुरू किया गया था, तो इसी कारण इसको दांडी मार्च का नाम दिया गया था।
महात्मा गांधी जी ने दांडी यात्रा के अंतर्गत लगभग 241 मील की दूरी तय की गई थी, और इस दूरी को तय करने के लिए उन्हें तथा उनके साथियों को कुल 24 दिन का समय लगा था, तथा इसमें अलग-अलग जगहों पर विश्राम किया करते थे, तथा वहां पर विशाल जन समूह को संबोधित करते थे, तथा उनके बीच जागरूकता के लाए थे, और अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत करते थे।
तो इस तरीके से महात्मा गांधी जी के द्वारा दांडी यात्रा की गई थी जिसकी शुरुआत साबरमती आश्रम दांडी से हुई थी, तथा इसी कारण दांडी गांव आज के समय में काफी देता प्रसिद्ध है तथा इतिहास के अंतर्गत 20 को एक काफी महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि दांडी किस राज्य में स्थित है, (dandi kis rajya mein sthit hai), दांडी का क्या इतिहास रहा है, इसके इतिहास से जुड़ी संपूर्ण जानकारी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
दांडी मार्च का दूसरा नाम क्या है?
दांडी मार्च या “नमक सत्याग्रह” महात्मा गांधी के नेतृत्व में औपनिवेशिक भारत में अहिंसक सविनय अवज्ञा का एक कार्य था। चौबीस दिवसीय मार्च 12 मार्च 1930 से 5 अप्रैल 1930 तक टैक्स प्रतिरोध और ब्रिटिश नमक एकाधिकार के खिलाफ अहिंसक विरोध के प्रत्यक्ष कार्रवाई अभियान के रूप में चला।
भारत के मानचित्र में दांडी कहां स्थित है?
दांडी जलालपुर तालुका, नवसारी जिला, गुजरात, भारत में एक गाँव है। यह अरब सागर के तट पर नवसारी शहर के पास स्थित है।
दांडी यात्रा का उद्देश्य क्या है?
12 मार्च, 1930 ई. को गांधीजी और उनके स्वयंसेवकों द्वारा दांडी यात्रा प्रारंभ की गई। इसका मुख्य उद्देश्य अंग्रेजों द्वारा बनाए गए ‘नमक कानून को तोड़ना’ था। गांधी जी ने साबरमती स्थित अपने आश्रम से समुद्र की ओर चलना प्रारंभ किया।
दांडी यात्रा कब से कब तक चली थी?
यह 12 मार्च, 1930 से 6 अप्रैल, 1930 तक नमक पर ब्रिटिश एकाधिकार के खिलाफ कर प्रतिरोध और अहिंसक विरोध के प्रत्यक्ष कार्रवाई अभियान के रूप में चला।
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