कोर्ट मैरिज करने पर कितने रुपए मिलते हैं?
court marriage karne mein kitne paise lagte hain
दोस्तों आज के समय लोग परंपरागत विवाह करने के बदले कोर्ट मैरिज करना ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि यह सस्ते में निपट जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज के समय कोर्ट मैरिज करने पर आपको सरकार पैसे भी देती है।
हालांकि यह आपको कुछ विशेष परिस्थितियों में मिलते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि कोर्ट मैरिज करने पर पैसे कैसे मिलते हैं या कोर्ट मैरिज करने पर कितने रुपए मिलते हैं? (court marriage karne ke se kitne paise milte hain).
तो चिंता मत कीजिए क्योंकि आज के लेख में हम आपको इसके बारे में सारी जानकारी देते हुए बताएंगे कि कोर्ट मैरिज क्या है, कोर्ट मैरिज कैसे करते हैं, कोर्ट मैरिज करने के लिए आपको क्या चाहिए, कोर्ट मैरिज करने पर कितने रुपए मिलते हैं, कोर्ट मैरिज करने के क्या फायदे हैं, इन सब के बारे में आज हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं –
कोर्ट मैरिज क्या है? | court marriage kya hai
कोर्ट मैरिज शादी करने का एक ऐसा तरीका है, जिसमें ज्यादा तामझाम की आवश्यकता नहीं होती है। जोड़ा केवल कोर्ट में जाता है, पुरुष और महिला आपस में शादी कर सकते हैं।
हालांकि इसके लिए कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, और दो गवाहों की आवश्यकता भी होती है, जिसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति आसानी से अपनी महिला संगिनी के साथ विवाह कर सकता है।
कोर्ट में किया गया विवाह पूर्ण रूप से वैध होता है, जो भारत के सभी राज्यों अंतर्गत हर प्रकार से वैध माना जाता है। यह सर्वमान्य है कि कोर्ट के अंतर्गत किया गया है तो पूरे भारत में माना जाता है और उसे अवैध करार देने की कोशिश भी नहीं की जाती है।
कोर्ट मैरिज करने से कितने रुपए मिलते हैं? | court marriage karne se kitna paisa milta hai
कोर्ट मैरिज करने पर आपको ढाई लाख रुपए तक की राशि मिल सकती है, जी हां यदि आप एक इंटर कास्ट मैरिज करते हैं तो दंपति को 2।5 लाख रुपए तक की राशि सरकार की तरफ से दी जाती है।
यह राशि भारत सरकार ने सन 2013 में देनी शुरू की थी, और इस स्कीम को Dr. Ambedkar Scheme for Social Integration Through Interacts Marriage के नाम से जाना जाता है।
एक ऐसा भी समय आया था जिसमें यह कहा गया था और ऐसा कानून बनाया गया था, कि यदि इंटर कास्ट मैरिज करने वाले दंपति में किसी भी एक पक्षी की सालाना आय ₹5,00,000 से अधिक है तो उसे यह मदद नहीं की जाएगी।
लेकिन उसके पश्चात इस कानून में बदलाव करके यह नियम हटा दिया गया था। सीधे तौर पर कहा जाए तो यदि विवाह करने वाली लड़का या लड़की में से कोई भी एक दलित है।
तो उनके लिए स्थान से दंपती के लिए ₹50,00,00 का नियम खत्म कर दिया गया है, और उन्हें ढाई लाख रुपए की राष्ट्रीय सरकार की तरफ से दी जाएगी।
कोर्ट मैरिज कैसे करते हैं? | court marriage kaise karte hain
कोर्ट मैरिज कैसे करते हैं इसकी प्रक्रिया काफी आसान है।
- कोर्ट मैरिज करने के लिए आपको अपने जिले के विवाह अधिकारी को अपने विवाह के बारे में सूचना देनी होती है।
- यह एक लिखित सूचना होती है, जो शादी करने से तकरीबन 30 दिन पहले जिले के विवाह अधिकारी को दिया जाता है।
- इसके पश्चात जिला जिला अधिकारी एक सूचना जारी करता है, जिसमें यह बताया जाता है कि विवाह किस स्थान पर संपन्न करवाया जाएगा, जिसे लेकर प्रति कार्यालय में एक विशेष स्थान बुक किया जाता है।
- यदि कोई व्यक्ति चाहे तो इस विवाह पर अपनी आपत्ति जता सकता है।
- अब विभाग अधिकारी के समक्ष लड़का और लड़की समेत तीन गवाह मिलकर कुल 5 हस्ताक्षर करते हैं।
- एक विवाह का फॉर्म भरा जाता है, जिस पर विभाग अधिकारी हस्ताक्षर करता है। इसके पश्चात विवाह संपन्न हो जाता है।
- अब विवाह अधिकारी एक विवाह सर्टिफिकेट यानि कि मैरिज सर्टिफिकेट जारी करता है, जिस पर गवाह के हस्ताक्षर, दोनों पक्षों के हस्ताक्षर, और अधिकारी के हस्ताक्षर भी होते हैं।
- इस प्रकार कोर्ट मैरिज की जाती है
कोर्ट मैरिज करने के लिए आवश्यक दस्तावेज | court marriage karne ke liye avashyak document lagte hain
इसके लिए आपको विवाह आवेदन पत्र के साथ अनिवार्य शुल्क, चार पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, इसके साथ कोर्ट मैरिज के लिए राज्य की फीस (500 INR), 10वीं 12वीं का मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र, शपथ पत्र, दोनों गवाहों की फोटो और पैन कार्ड, यदि जोड़े में कोई तलकशुदा है तो तलाक के पेपर भी और यदि पूर्व पत्नी / पति मृत है तो उसके डेथ सर्टिफिकेट की आवश्यकता भी होती है।
कोर्ट मैरिज करने के फायदे? | court marriage ke fayde
कोर्ट मैरिज करने के कई फायदे होते हैं:-
- लेकिन सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आपको किसी भी बड़े तामझाम की आवश्यकता नहीं होती।
- आप मात्र ₹500 से ₹1000 के मध्य में कोर्ट मैरिज कर सकते हैं।
- इसके पश्चात आपको बहुत ज्यादा पैसे खर्च करके काफी सारे लोगों को बुलाने की आवश्यकता नहीं होती है।
- मात्र तीन लोगों के गवाह पर आपकी शादी हो सकती है।
- यह विवाह मात्र आधे घंटे में संपन्न किया जा सकता है,
- इसके पश्चात आप अपने दिन का अन्य काम भी कर सकते हैं।
- यह विवाह एक बार होने के पश्चात पूरे भारतवर्ष में मान्य है, जिसे अमान्य करने की गुस्ताखी स्वयं कोर्ट के सिवाय कोई भी नहीं करेगा।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के लेख में हमने आपको बताया कि कोर्ट मैरिज क्या है, कोर्ट मैरिज कैसे करते हैं, और कोर्ट मैरिज करने पर कितने रुपए मिलते हैं (court marriage karne ke liye kitne paise lagte hain)। हम आशा करते हैं कि आज का हमारा यह लेख पढ़ने के पश्चात आप यह समझ पाए होंगे कि कोर्ट मैरिज करने पर कितने रुपए मिलते हैं।
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FAQ
कोर्ट मैरिज अच्छी है या बुरी?
अगर सब कुछ ठीक नहीं है तो कोर्ट मैरिज का कानूनी संरक्षण एक बचत अनुग्रह हो सकता है। उदाहरण के लिए, कानूनी रूप से विवाहित होना आपको द्विविवाह की प्रथा से बचाता है, जिसके लिए 5 साल की जेल की सजा हो सकती है।
कोर्ट मैरिज के नुकसान क्या है?
यह मत भूलिए कि कोर्ट मैरिज मुफ्त नहीं है। जोड़े को कानून के अनुसार शादी करने के लिए + रजिस्ट्री कार्यालयों को शुल्क देना पड़ता है। निर्धारित शुल्क क्षेत्रों के अनुसार भिन्न होता है लेकिन लागत आमतौर पर N25,000 से अधिक नहीं होती है। साथ ही हर कपल को 21 दिन का इंतजार करना होगा।
कोर्ट मैरिज सबसे अच्छी क्यों होती है?
कोर्ट मैरिज पारंपरिक की तुलना में सस्ती हैं। पारंपरिक शादियों की तुलना में, इसमें संगीत समारोह, मेहंदी, मेंहदी, आदि जैसे महंगे अनुष्ठान नहीं होते हैं। साथ ही, आपको उपहार, भोजन, फूल, सजावट आदि पर पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है। आप समय और ऊर्जा भी बचा सकते हैं।
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