औरंगजेब कौन था? और औरंगजेब की मृत्यु कब हुई थी?
औरंगजेब की मृत्यु कब और कैसे हुई | Who was Aurangzeb? And when did Aurangzeb die?
भारत ने आजाद होने से पहले तक बहुत सारे शासकों का शासन देखा है।कुछ महान शासक रहे,तो कुछ क्रूर।औरंगजेब अपने पूर्वजों की तुलना में काफी शक्तिशाली शासक था परंतु उसके क्रूर स्वभाव की वजह से उसे कभी महान शासक का दर्जा नहीं मिला।आज के हमारे इसलेख का विषय है Aurangzeb kimarityukab hue. आज के इस आर्टिकल में हमआपकोऔरंगजेब से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं,इसीलिए हमारे साथ इसलिए के अंत तक जरूर बनी रहे।
औरंगजेब कौन था? (Aurangzeb kon tha)
औरंगजेबमुगल साम्राज्य का शासक था।औरंगजेब ने भारत पर लगभग 49 साल तक शासन किया था।यहशाहजहां और मुमताजकी छठी संतान थी।इसका जन्म 4 नवम्बर 1618 में हुआ था।इसका जन्म स्थान गुजरात दोहद था।इसका पूरा नाम अब्दुल मुजफ्फर महिउद्दीन मोहम्मद औरंगजेब आलमगीर था।
औरंगजेब की मृत्यु कब हुई थी? (Aurangzeb ki marityu kab hue thi)
औरंगजेब की मृत्यु 3 मार्च 1707 में हुई थी।उन्होंने अपने प्राण 90 साल की उम्र में त्यागकिए थे।उनकी मौत के बाद उन्हें दौलताबाद में दफनाया गया।उनकी मृत्यु के बाद मुगल साम्राज्य धीरे-धीरे खत्म होने लगा।
औरंगजेब का शासनकाल
औरंगजेब ने अपनी जान जोखिम में डालकर बहुत बहादुरी से कुछ जंगली हाथियों का सामना किया था,जिससे उनके पिता ने उन्हें खुश होकर सोने से तोला और बहादुरी की उपाधि दी थी।
औरंगजेबको उनके पिता ने केवल 18 साल की आयु में ही दक्कन का सूबेदार बनाया था।फिर अचानक से उनकी बहन की अकस्मात मृत्यु हो गई।ऐसे मौके पर भी औरंगजेब अपने घर नहीं आए तो उनसे सुभेदारी के सारे अधिकार छीन लिए गए थे।
1645 ईस्वी में औरंगजेब को मुगल साम्राज्य के सबसे अमीर प्रांत गुजरात का सूबेदार बनाया गया।उनके अच्छे काम को देखते हुए उन्हें अफगानिस्तान का भी गवर्नर बना दिया गया था।
पिता की मृत्यु के बाद औरंगजेब ने मुगल साम्राज्य को संभाला।वह पूरे भारत को मुस्लिम देश बना देना चाहते थे।इसके लिए उन्होंने हिंदुओं पर जुल्म करना शुरू कर दिया।वह उन लोगों पर धर्म परिवर्तन का भी जोर डालते थे।सिख गुरु तेग बहादुर जी ने जब उनके नियम नीतियों का विरोध किया तो उन्होंने उन्हें मरवा दिया।
सती प्रथा को दोबारा शुरू करना,मांस मदिरा, शराब,वेश्यावृति जैसे कार्यों का बढ़ना,मंदिरों को तुड़वाना और उनकी जगह पर मस्जिद बनवाना जैसे कार्य औरंगजेब के शासनकाल में हुए।औरंगजेब के क्रूर स्वभाव की वजह से उनकी प्रजा उनसे बिल्कुल भी प्रसन्न नहीं थी।
औरंगजेब के लगातार बढ़ते हुए अत्याचारों की वजह से मराठा ने औरंगजेब के खिलाफ विद्रोह कर दिया।फिर धीरे-धीरे ईस्ट इंडिया कंपनी,सतनामी,जाट और राजपूत ने भी औरंगजेब के खिलाफ विद्रोह करने लगे।
औरंगजेब ने बहुत सारी लड़ाइयां लड़ी और उनमें से कई सारी जीती भी।परंतु एक के बाद एक बढ़ते विद्रोह से मुगल साम्राज्य टूटने लगा।
औरंगजेब अपने शासनकाल के अधिकतर समय में युद्ध करने में ही व्यस्त रहा।हिंदू शासक इसके बहुत बड़े दुश्मन थे।जिनमें से शिवाजी प्रथम स्थान में थे।शिवाजी और औरंगजेब के बीच हुए युद्ध में औरंगजेब हार गया और धीरे-धीरे मुगल का शासन समाप्त होने लगा।
औरंगजेब से जुड़े तथ्य
- औरंगजेब ने अपने बचपन का अधिकतर समय नूरजहां के पास बिताया था।
- औरंगजेब का पूरा नामअबुल मुजफ्फर महिउद्दीन मोहम्मद औरंगजेबआलमगीर था।
- अकबर के बाद औरंगजेब ही ऐसे शासक थे जिन्होंने लंबे समय तक शासन किया।
- औरंगजेब ने 1658 इसी से 1707 ईस्वी तक लगभग आधा दशक शासन किया था।
- औरंगजेब का निकाह फारस के राजघराने की दिलराज बानो बेगम के साथ 1637 ईस्वी में हुआ था।
- औरंगजेब इस्लामिक धर्म को महत्व देते थे और उन्होंने कुरान को अपने शासन का आधार बनाया था।
- मीर मोहम्मद हकीम खजुवा औरंगजेब के गुरू थे।
- औरंगजेब ने 15 मई 1659 ईस्वी को दिल्ली में प्रवेश किया था।
- गुरु हरी कृष्ण के बेटे गुरु तेग बहादुर सिंह ने औरंगजेब के द्वारा इस्लाम धर्म स्वीकार करने का विरोध किया था और उनके द्वारा बनाई गई नीतियों का विरोध किया था।
- गुरु तेग बहादुर सिंह जी के द्वारा औरंगजेब का विरोध करने पर औरंगजेब ने उन्हें दिल्ली में कैद कर दियाऔर 1765 ईस्वीमेंमरवादियाथा।
- उन्होंने शिवाजी को कैद करके जयपुर भवन में रखा था।
- औरंगजेब ने अपने शासनकाल में जजिया कर दोबारा लगा दिया था और इसकी शुरुआत मारवाड़ से की गई थी।
- लाल किले में मोती मस्जिद औरंगजेब के द्वारा बनवाई गई थी।
- औरंगाबाद में बीबी का मकबरा औरंगजेब ने अपनी पत्नी रबिया दुर्रानी की याद में बना बनवाया था।
- सन 1679मेंऔरंगजेबने लाहौर की बादशाही मस्जिद बनवाई थी।
- औरंगजेब के बेटे अकबर ने अपने पिता के खिलाफ विद्रोह को किया था।
- सन 1686 ईस्वी में औरंगजेब ने बीजापुर को मुगल शासन में मिला लिया था।
- सन 1698 इसवी में गोलकुंडा को औरंगजेब के द्वारा मुगल सल्तनत में मिला दिया गयाथा।
- औरंगजेब ने अपने शासनकाल में भांग की खेती करने पर रोक लगा दी थी।
- 1699 ईस्वी में औरंगजेब के द्वारा हिंदू मंदिरों को तोड़ने के आदेश दिए गए थे।
- औरंगजेब को मृत्यु के बाद दौलताबाद में स्थित फकीर बुरहानुद्दीन की कब्र के अहाते में ही दफनाया गया था।
- औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगल एंपायर धीरे-धीरे समाप्त होने लगा था।
- औरंगजेब काफिरों के देश को दारुल इस्लाम में तब्दील करनेकोअपनामहत्वपूर्णलक्ष्य मानता था।
निष्कर्ष
दोस्तों,आज के इस लेख में हमने आपको बताया किaurangzeb ki mrityu kab hui thi इस लेख के माध्यम से हमने आपको औरंगजेब से जुड़ी अन्य जानकारी भी दी है।आशा करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।यदि इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें कमेंट करके अवश्य पूछें।
FAQ
औरंगजेब ने कितने युद्ध लड़े?
औरंगजेब की इन कट्टर नीतियों के कारण उसके शासनकाल में भी कई विद्रोह हुए, जिनमें 1667-72 के बीच अफगानों का विद्रोह, 1669-1881 तक मथुरा के जाट, 1672 में सतनामी विद्रोह, 1686 में ब्रिटिश विद्रोह, 1679-1709 का विद्रोह। 1675-1707 के बीच मध्य राजपूतों का विद्रोह और पंजाब के सिखों का विद्रोह प्रमुख थे।
औरंगजेब का वध कैसे हुआ?
शाही सेना को उन्हें दबाने में सफलता नहीं मिल रही थी। इसलिए 1683 में औरंगजेब स्वयं सेना के साथ दक्षिण की ओर चला गया। राजधानी से दूर रहकर अपने शासनकाल के लगभग अंतिम 25 वर्षों तक वह इसी अभियान में रहे। 50 वर्षों तक शासन करने के बाद 3 मार्च 1707 ई. को दक्षिण के अहमदनगर में उनकी मृत्यु हो गई।
मुगलों से पहले भारत में किसका राज था?
मुगल शासन से पहले भारत पर किसने शासन किया था? मुगलों से पहले, भारत में कई हिंदू और मुस्लिम राजाओं का शासन था। वर्ष 1526 में, काबुल के एक अफगान शासक बाबर ने दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले लोधी वंश को हराया और मुगल साम्राज्य की स्थापना की जो बाद में धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया।
औरंगजेब ने हिंदुओं पर कौन सा कर लगाया था?
औरंगजेब छठे मुगल बादशाह थे, जिनका जन्म 3 नवंबर, 1618 को दोहाद में हुआ था। वह मुगल बादशाह शाहजहां के तीसरे बेटे थे। कहा जाता है कि उसने बड़ी संख्या में मंदिरों को ध्वस्त कर दिया, गैर-मुसलमानों पर जजिया कर लगाया और लाखों हिंदुओं को मुसलमान बनने के लिए मजबूर किया।
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