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गुलाम वंश का संस्थापक कौन था? | Gulam vansh ka sansthapak

Who was the founder of slave dynasty? | gulam vansh ka sansthapak kaun tha

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नमस्कार दोस्तो, यदि आप प्राचीन इतिहास को पढ़ने के अंतर्गत अपनी रुचि रखते हैं, या फिर आपने प्राचीन इतिहास को पढ़ा है, तो आपने इतिहास के अंतर्गत गुलाम वंश के बारे में तो जरूर पढ़ा होगा, या फिर आपने कहीं ना कहीं तो गुलाम वंश के बारे में जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि गुलाम वंश का संस्थापक कौन था, यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि गुलाम वंश का संस्थापक कौन था, तथा इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

गुलाम वंश का संस्थापक कौन था?

दोस्तो अक्सर कई अलग-अलग प्रकार की परीक्षाओं के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि गुलाम वंश का संस्थापक कौन था, और बहुत से लोगों को इस सवाल के बारे में जानकारी नहीं होती है, यदि आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि गुलाम वंश का संस्थापक इल्तुतमिश को कहा जाता है। इल्तुतमिश के द्वारा ही गुलाम वंश की स्थापना की गई थी।

who was the real founder of the slave dynasty
Who was the founder of the Slave Dynasty?

वैसे बहुत सी जगह पर यह भी देखने को मिलता है, कि गुलाम वंश का शासक कुतुबुद्दीन ऐबक को माना जाता है, लेकिन कुतुबुद्दीन ऐबक ने सबसे पहले गुलाम वंश पर शासन किया था, लेकिन उसके 4 साल बाद इल्तुतमिश गुलाम वंश की गद्दी पर बैठा था, तथा इसी को बहुत से इतिहासकारों के द्वारा गुलाम वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।

गुलाम वंश

दोस्तों गुलाम वंश के द्वारा भारत के एक बड़े हिस्से पर काफी लंबे समय तक शासन किया गया था, अगर बात की जाए कि गुलाम वंश की शुरुआत कब हुई थी, तो भारत के ऊपर सबसे पहली बार गुलाम वंश के द्वारा शासन 1206 के अंतर्गत किया गया था, तथा उसके बाद से गुलाम वंश के द्वारा 1290 तक शासन किया गया था इस दौरान गुलाम वंश के राजा रहे थे।

गुलाम वंश के अंतर्गत सन 1206 से लेकर 1290 के दौरान कई अलग-अलग लोगों के द्वारा शासन किया गया, तथा गुलाम वंश के गद्दी पर कुल 10 लोगों के द्वारा शासन किया गया था।

गुलाम वंश का इतिहास

अगर गुलाम वंश के इतिहास के ऊपर नजर डाली जाए, तो 1206 के अंतर्गत मोहम्मद गौरी की मृत्यु होने के बाद कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली की 66 पर बैठाया गया था तथा उसके बाद 1206 के अंतर्गत ही गुलाम वंश की स्थापना की गई थी, तथा इसकी राजधानी लाहौर रखी गई थी, कुतुबुद्दीन ऐबक गुलाम वंश के सबसे पहले शासक रहे थे, उसके बाद दस अलग-अलग राजाओं के द्वारा इस गुलाम वंश पर शासन किया गया था।

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निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि गुलाम वंश का संस्थापक कौन था (ghulam vansh ka vastavik sansthapak kaun tha), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

FAQ

गुलाम वंश का पहला शासक कौन था?

कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुबी, इल्तुतमिश शम्सी और बलबन ने बलबनी वंश की स्थापना की। प्रारंभ में कुतबी वंश को गुलाम या गुलाम वंश का नाम दिया गया था, क्योंकि इस वंश का प्रथम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक मुहम्मद गोरी का गुलाम था। तेरहवीं शताब्दी के प्रारंभ में भारत में तुर्कों द्वारा स्थापित प्रथम साम्राज्य को गुलाम वंश का नाम दिया गया था।

गुलाम वंश में कुल कितने शासक थे?

प्रारंभ में इसका नाम दास वंश रखा गया क्योंकि इस वंश का प्रथम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक दास था। इल्तुतमिश और बलबन भी गुलाम थे। लेकिन इस शब्द को मान्यता नहीं मिली क्योंकि इस वंश के 11 शासकों में से केवल 3 शासक ऐबक, इल्तुतमिश और बलबन गुलाम थे और सत्ता संभालने से पहले गुलामी से मुक्त हुए थे।

भारत में गुलाम वंश का अंतिम शासक कौन था?

गुलाम वंश का अंतिम शासक समसुद्दीन क्यूमर्श था जिसकी हत्या करके जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने 1290 में खिलजी वंश की स्थापना की थी. गुलाम वंश का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक था।

गुलाम वंश का असली नाम क्या है?

ग़ोरी के विश्वासपात्र गुलाम ऐबक ने तराइन की लड़ाई के बाद भारत में राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा स्थापित वंश को ममलुक या गुलाम वंश कहा जाता है, क्योंकि वह मुहम्मद गोरी द्वारा खरीदा गया गुलाम था।

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Aman

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